सरायकेला: जिले के विजय गांव में श्री श्री 108 योगेश्वर गिरी गोबर्धन महादेव का पारंपरिक विधि- विधान के तहत कलश स्थापना के साथ शुरू हुई चडक पूजा एवं महामृत्युंजय यज्ञ का समापन हो गया.
विजय नदी घाट में पूजा- अर्चना कर महिलाओं ने पारंपरिक विधि- विधान के साथ कलश यात्रा निकाली. जहां विभिन्न मार्गों से होते हुए सार्वजनिक शिव मंदिर पहुंचकर कलश स्थापित कर पांरपरिक विधि- विधान से चड़क की पूजा- अर्चना की गई. श्रद्वालुओं ने पूजा- अर्चना कर परिवार की सुख- शांति और समृद्वि की कामना की गई. वहीं देर रात छऊ नृत्य का आयोजन किया गया. जिसमें वारी अग्रआगामी छऊ नृत्य पार्टी एवं भारतीय जनकल्याण नृत्य समिति के कलाकारों द्वारा मानभूम शैली नृत्य का प्रदर्शन किया गया.
इसके अलावे कलश यात्रा निकालकर कलश स्थापना की गई. इसके बाद महायज्ञ प्रारंभ हुआ. साथ ही पूर्णाहुति के बाद यज्ञ का समापन होगा. इस दौरान मुख्य रूप से राम बाबा आश्रम के संयोजक मृत्युंजय ब्रह्मचारी, आदित्य ब्रहमचारी, मुख्य पंडित घासीराम सतपति, नव कुमार रथ, विजय आचार्य, मंगला महापात्र, नीलकमल तिवारी, शिवो सतपति, ग्राम प्रधान बलराम महतो, निशा महतो, मोतीलाल महतो, भीम महतो, लखींद्र ज्योतिषी, अजीत बारीक, पवन महतो, लीलचंद बारीक, राजू शर्मा, देवानंद ज्योतिषी, खिरोद महतो, अविनाश तिवारी आदि ग्रामवासी उपस्थित थे.