सरायकेला (Pramod Singh) नव प्राथमिक विद्यालय देहरीडीह सरायकेला के सभागार में रविवार को ओडिशा सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा संचालित उत्कल सम्मेलनी द्वारा प्रथम वर्ग से लेकर अष्टम वर्ग तक के उड़िया भाषा के बच्चों के बीच उड़िया साहित्य मातृ भाषा पुस्तकों का वितरण किया गया.
इस अवसर पर सरायकेला- खरसावां जिला उत्कल सम्मेलनी के अध्यक्ष सुमंत चंद्र मोहंती, जिला परिदर्शक सुशील षाड़ंगी, जिला उपाध्यक्ष कृष्णा प्रधान, जिला सचिव अजय प्रधान, सह सचिव बद्री दरोगा, सरायकेला प्रखण्ड कमेटी उपाध्यक्ष चिरंजीवी महापात्र, सचिव राजा ज्योतिषी, कोषाध्यक्ष परशुराम कवि द्वारा सम्मेलनी के सभी उड़िया शिक्षकों को उड़िया साहित्य मातृभाषा पुस्तकों का वितरण किया गया. मौके पर सभापति सुमत चंद्र मोहंती ने कहा कि ओडिशा सरकार एवं उत्कल सम्मेलनी द्वारा उड़िया भाषा के संरक्षण की दिशा में बेहतर प्रयास किया जा रहा है.
उन्होंने उत्कल सम्मेलनी शिक्षकों को लगन पूर्वक अपनी जिम्मेदारी निर्वहन करने को कहा, ताकि छात्रों को गुणात्मक शिक्षा का लाभ मिल सके. जिला परिदर्शक सुशील षाड़ंगी ने कहा ओडिशा के सामाजिक संगठन उत्कल सम्मेलनी उड़िया भाषा व संस्कृति को इस क्षेत्र में बचाए रखने के लिए प्रयासरत हैं. सम्मेलनी की ओर से चार राज्य झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल एवं आंध्र प्रदेश आदि राज्यों में उड़िया भाषा को जीवंत रखने के लिए लगातार कार्य करती आ रही है. झारखंड के सरायकेला, पश्चिम सिंहभूम एवं पूर्वी सिंहभूम जिले में भाषा संरक्षण की दिशा में कार्य चलाया जा रहा है.
उत्कल सम्मेलनी उड़िया छात्रों को पुस्तक भी मुहैया करा रही है ताकि पठन-पाठन में किसी प्रकार की परेशानी ना हो. उन्होंने कहा कि इस वर्ष 3820 उड़िया भाषा के साहित्य पुस्तक वितरण किये जा रहे हैं. अन्य वक्ताओं ने भी उड़िया भाषा के संरक्षण हेतु अपने-अपने विचार व्यक्त किए. पुस्तक वितरण कार्यक्रम में शिक्षक संध के अध्यक्ष लक्ष्मी प्रिया कर, रीता रानी नंद, शक्ति पति, अस्मिता आचार्य, परेश चंद्र, झुला कर, रीना मिश्रा, मौसमी होता, धासी राम महतो, ज्योत्सना महापात्र, अनुपर्णा रथ, मिनोती दास, पद्मा पति, तपति कर, रश्मिता दास एवं सभी उड़िया शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं.
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