सरायकेला: अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डीएलएसए) की ओर से जिले के सुदूरवर्ती गांवों के मजदूर वर्ग के लोगों के बीच पहुंच कर मजदूर दिवस की शुभकामना दी गई एवं विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया.
लोगों को श्रम अधिनियम से संबंधित जानकारी के साथ- साथ अन्य विभिन्न कानूनी जानकारी और उनके अधिकारों के बारे में अवगत कराया गया. इसी क्रम में डीएलएसए द्वारा टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट लिमिटेड, (टीएसएलपीएल) के गम्हरिया फैक्ट्री परिसर में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार उपस्थित थे. उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मजदूरी अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों की जानकारी दी. कंपनी के सुरक्षा मानकों के तहत कोई भी दुर्घटना होने पर उन्हें क्या विधिक सहायता उपलब्ध हो सकती है, इस बारे में बताया. उन्होंने मजदूरों को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस की शुभकामना दी और कहा कि आप समाज के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं और आपके बिना देश के विकास की परिकल्पना करना भी स्वप्न मात्र होगा. आप देश के विकास की धुरी हैं. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मंजू कुमारी ने समान कार्य के लिये समान वेतन तथा कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार के लिये बने नियमों और उनके लिये अलग से समुचित व्यवस्था के बारे में मजदूरों को अवगत कराया. प्रबंधन से महिला कर्मियों के लिए विशेष व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कुमार क्रांति प्रसाद ने मजदूरों को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आप मजदूर नहीं कारीगर हैं और आप अपने हाथों से देश के विकास को गढ़ते हैं. आपकी भूमिका किसी भी मायने में समाज के किसी भी अंग से कम नहीं है. उन्होंने आपदा प्रबंधन से संबंधित जानकारी तथा विधिक सहायता पाने हेतु जो पात्रता है उसके बारे में भी लोगों को बताया.