सरायकेला/ राज्य सरकार ट्रैफिक पुलिस को हाईटेक बनाने का दावा करती है, मगर 5 G के दौर में राज्य ट्रैफिक पुलिस के पास ऑनलाइन फाइन वसूलने का कोई संसाधन नहीं होना अपने- आप में कई सवाल खड़े करते हैं.
मामला सरायकेला ट्रैफिक पुलिस से जुड़ा है. दरअसल पिछले दिनों ट्रैफिक पुलिस का अजीबोगरीब वाकया सामने आया. जहां वाहन जांच के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने कार संख्या JH05CJ- 5664 सवार ओमप्रकाश को फोन पर बात कर गाड़ी ड्राइव करते आदित्यपुर आकाशवाणी चौक पर पकड़ा. उन्हें ₹1000 का जुर्माना लगाया गया.
देखें जुर्माने की प्रति
सामने वाले व्यक्ति के पास नगद पैसे नहीं थे. उन्होंने यूपीआई के जरिए भुगतान करने की बात कही. जिस पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक मोबाईल नम्बर 7979823247 दिया गया. कहा गया कि आप उसमें पैसे डाल दीजिए. ओमप्रकाश ने मोबाइल नंबर 7979823247 में जुर्माने का एक हजार रुपए भुगतान कर दिया. मगर हैरानी तब हुई जब उक्त मोबाइल नंबर गम्हरिया के किसी रवि मंडल का निकला. जिसपर जुर्माना भरने वाले ओमप्रकाश ने ट्रैफिक पुलिस से रवि मंडल के विषय में जानना चाहा तो ट्रैफिक पुलिस की ओर से कहा गया कि हम लोग ऐसा ही करते हैं. आप वरीय पदाधिकारियों से बात कर सकते हैं. ओमप्रकाश ने बताया कि जब रवि मंडल से इस बाबत पूछा गया तो उसने कहा कि हमारे ही नंबर पर वसूली का पैसा आता है. शाम को साहब आते हैं और पैसे लेकर चले जाते हैं. अब सवाल यह उठता है, कि आखिर रवि मंडल के खाते में जुर्माने की राशि क्यों ट्रांसफर कराई जाती है ? वैसे यह जांच का विषय है कि जिस चालान पर जुर्माना वसूली का खेल चल रहा है, वह सही है या खेला कुछ और है ?
सुनिए क्या कहा ओमप्रकाश ने…
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