सरायकेला: उत्कल युवा मंच के तत्वाधान में सरायकेला के इन्द्रटांडी में तीन दिवसीय ओड़िया नाटक मंचन कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. पहले दिन कलाकारों ने अगड़ा मझी रे सागुड़ा बसा नामक ओड़िया नाटक का मंचन किया.
सामाजिक व्यवस्था पर आधारित नाटक मंचन के दौरान कलाकारों ने अपने बेहतर अभिनय से सभी कलाकारों ने दर्शकों की खूब वाह वाही लूटी. इससे पूर्व ओड़िया नाटक मंचन कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन सरायकेला के राजा आदित्य प्रताप सिंहदेव व कोल्हान यूनिवर्सिटी के वित्त पदाधिकारी सुनील कुमार पाणी ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित व फीता काटकर किया गया. अपने संबोधन में राजा आदित्य प्रताप सिंहदेव ने कहा छऊ नृत्य के लिए विख्यात सरायकेला ओड़िया नाटक के लिए भी प्रसिद्ध है. नाट्य कला को आगे ले जाने के लिए कलाकारों को बधाई देते हुए कहा इसके संरक्षण के लिए हरसंभव सहयोग किया जाएगा. कोल्हान यूनिवर्स्सिटी के वित्त पदाधिकारी सुनील कुमार पाणी ने कहा ओड़िया भाषा संस्कृति के विकास व संरक्षण में ओड़िया नाटक का मंचन कारगर साबित होगा. उन्होंने ओड़िया भाषा संस्कृति के संरक्षण के लिए सभी लोगो को आगे बढ़ते हुए एकजुट होने की अपील की. इस दौरान सभी अतिथि व वरीय कलाकारो को उत्कल युवा मंच द्वारा शॉल व गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया. नाट्य मंचन कार्यक्रम अगले दीन दिनो तक चलेगा जिसमें नगरवासी रंगमंच पर गीत संगीत से सारोबार होंगे. पहले दिन नाटक का उद्घाटन सूबे के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपाई सोरेन को करना था, लेकिन उनका अचानक तबीयत खराब होने के कारण वे नही आ पाए. हालांकि उनके स्वास्थ्य में सुधार होने पर नाटक के समापन पर शामिल होंगे. मौके पर सम्मानित कलाकार जुरांग चरण पति, बंकिम मोदक, प्रदीप आचार्य, मनबोध मिश्रा, मनोहर अचार्य, दिलीप पानीग्राही, अतनु कवि, श्यामपद नंदा, नाथू महतो, आशीष सिंह, राजेश साहू व रूपेश साहू समेत अन्य उपस्थित थे.