सरायकेला (Pramod Singh) प्रखंड अंतर्गत गोविंदपुर और मुरूप गांव के बीच संजय नदी के तट पर स्थित माता ठाकुरानी देवी शक्तिपीठ से सटे जलाशय “ठाकुरानी दरह” में शनिवार को मकर संक्रांति के दिन सैकड़ों लोगों ने आस्था पूर्वक डुबकी लगाकर माता ठाकुरानी देवी के शक्तिपीठ में माथा टेका
और अपने परिवार के सुख समृद्धि वैभव के लिए पूजा अर्चना किया.
यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि शक्तिपीठ की आराधना करने वालों की हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है. स्थानीय समाजसेवी हेमसागर प्रधान ने जानकारी देते हुए बताया कि माता ठाकुरानी देवी का शक्तिपीठ संजय नदी के तट पर बड़े- बड़े चट्टानों के बीच अवस्थित है. यहां से होकर बहने वाली संजय नदी की जलधारा कभी नहीं सूखती है. ग्रीष्म ऋतु में बड़ी- बड़ी नदियों की जलधारा थम जाती है वहीं छोटी सी संजय नदी में इस स्थल पर जल का प्रवाह रहता है. यही नहीं बल्कि यहां एक निर्मल जल का जलाशय भी है, जिसका जल ग्रीष्म काल में भी नहीं सूखता है. स्थानीय लोग इस जलाशय को “ठाकुरानी दरह” के नाम से जानते है.
प्रत्येक गुरुवार को पुजारी (नया) शुक्रा सरदार द्वारा विशेष पूजा- अर्चना की जाती है. मकर संक्रांति के दिन इस जलाशय में डुबकी लगाकर माता ठाकुरानी देवी के शक्तिपीठ में सुख- समृद्धि एवम वैभव के लिए पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. यहां श्रद्धालुओं की सेवा के लिए मां ठाकुरानी सेवा संघ तत्पर रहकर नि:शुल्क चना, गुड़, जल खीर, चाय आदि मुहैया कराए गए. इस अवसर पर हिरेन गुणाधर मंडली द्वारा भजन कीर्तन किया गया. इस अवसर पर पूजा आयोजन कमेटी द्वारा ठाकुरानी दरह के नजदीक बनाए गए सेल्फी प्वाइंट में श्रद्धालुओं को ठाकुरानी दरह की सुंदर नजारा को अपने कैमरा में कैद करते देखा गया.
मौके पर माता ठाकुरानी सेवा संघ के पुजारी शुक्रा सरदार, शिवो सरदार, अमित मंडल, विकास मंडल, सुबोध मंडल, सनत मंडल, संजय मंडल, महावीर मंडल,हेमंत मंडल, तपस मंडल,,रवि मंडल, विजय मंडल,नरेश मंडल, विनोद नायक, चित्रा मांझी, श्याम चंद्र, राजेंद्र मुर्मू, सोमय मुर्मू, मृत्युंजय पति, आनंद प्रामाणिक, हेमसागर प्रधान, सुशील प्रधान आदि उपस्थित थे.