सरायकेला: ठाकुर अनुकूल चन्द्र जी के पोते आचार्य देव श्री श्री दादा के महाप्रयाण पर सरायकेला खरसावां जिला के अनुयायियों द्वारा सुबह महाप्रयाण का पालन किया गया. परम पूज्यपाद आचार्यदेव श्री श्री दादा के महाप्रयाण से परम प्रेममय श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी के करोड़ों दीक्षित परिवार मर्माहत हुए हैं.
सरायकेला के सत्संगी हरीश चंद्र महतो व त्रिलोचन महतो ने बताया कि सत्संग देवघर से आचार्यदेव श्री श्री दादा के छोटे पुत्र पूजनीय बिंकी दा ने सभी दीक्षिता को एक वीडियो जारी कर शांत रहने और अपने-अपने घरों में शोक मनाने के निर्देश दिए है. बताया गया सत्संग देवघर से एक नोटिस जारी किया गया है, जिसमें सत्संग के ज्योतिष श्रद्धेय श्री गुरुकिंकर पांडे दा ने महाप्रयाण के रात्रि में देश विदेश के सभी सत्संगी बंधुओं को अपने नियमित भोजन की जगह दूध, साबूदाना, बताशा या गुड़, केला एवं अन्य फल सेवन करने का निर्देश दिए है.
परलौकिक क्रियादि संपन्न होने तक आगामी 10 दिनों तक ऑनलाइन सत्संग एवं अन्य समस्त अनुष्ठानों को बंद रखने के निर्देश दिए गए है. बताया गया कि युग पुरुषोत्तम परम प्रेममय श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र ने अपने जैसे ही एक व्यक्तित्व को जीवंत रखने के लिए आचार्य परंपरा के निर्देश दिए थे. उन्हीं के निर्देशानुसार प्रथम आचार्य श्री श्री बड़दा थे. उनके बाद द्वितीय आचार्य श्री श्री दादा (अशोक रंजन चक्रवर्ती) बने थे. उनके निर्देशन से सत्संग जगत बहुत ही विस्तृति लाभ किया था. प्रत्येक दीक्षित उनसे प्रेम और प्रेरणा पाते थे. वे हर एक निराशा में आशा भर देते थे. उनकी बातों को पालन कर मनुष्य का जीवन सुखमय और शांतिमय में हो जाता था. कहा कि आज वे अवश्य ही अपने देह को त्याग दिए हैं परंतु वे अपनी दया, प्रेम और प्रेरणा सभी जीवों को प्रदान करते रहेंगे.
विज्ञापन
विज्ञापन