सरायकेला Report By Pramod Singh नगर पंचायत क्षेत्र के रहने वाले महेश शर्मा (55) ने चूहा मारने की दवा खाकर अपनी जान दे दी. घटना शुक्रवार देर रात की बताई जा रही है. दवा खाने के बाद परिजनों ने घर में ही घरेलू सामग्री खिलाकर उल्टी करवाया. रात के करीब 11 बजे मृतक की हालत बिगड़ने लगी उसके बाद उसे सरायकेला सदर अस्पताल लाया गया. अस्पताल में चिकित्सकों द्वारा उपचार शुरू किया गया. शनिवार की सुबह करीब 8 बजे महेश शर्मा की उपचार के दौरान मौत हो गई.

बेटे ने लगाया लापरवाही का आरोप
मृतक के बेटे सूरज शर्मा ने सदर अस्पताल के चिकित्सकों और स्वस्थ कर्मियो पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. उसने कहा कि रात को अस्पताल आने के बाद चिकित्सक द्वारा जांच किया गया, उसके बाद चिकत्सक के परामर्श के अनुसार अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात नर्स द्वारा उसके पिता को स्लाइन चढ़ाया जाने लगा. कुछ देर बाद दूसरा स्लाइन लगा कर पूरी रात न तो कोई चिकित्सक और ना ही कोई नर्स हाल चाल जानने आया. शनिवार की सुबह 7 बजे तक उसके पिता जीवित थे. वह अपने पिता को छोड़कर घर चला गया. 8 बजे वापस अस्पताल पहुंचा तो अपने पिता को मृत पाया.
बाईट
मृतक का पुत्र
