सरायकेला : Pramod Singh खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत अंतिम पायदान के लोगों को उपलब्ध करायसमाज के अंतिम व्यक्ति जो लाचार और बेहद गरीब हैं, उनके लिए सरकार राशन उपलब्ध करा रही है. खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत समाज के अंतिम पायदान के लोगों को अन्न उपलब्ध कराया जा रहा है. अनाज उन्हें उपलब्ध हो, इसके लिए मुखिया का महत्वपूर्ण योगदान है. वह जनप्रतिनिधि के रूप में अपने पंचायत में सेवा कर रहे हैं. यह बात झारखंड राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष हिमांशु शेखर चौधरी ने कही.
बुधवार को सरायकेला सामुदायिक भवन में झारखंड राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष और सदस्य जिले के मुखिया के साथ संवाद स्थापित किया. इस दौरान झारखंड राज्य खाद आयोग के अध्यक्ष ने मुखिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में काफी अच्छी संख्या में जनप्रतिनिधि पहुंचे हैं इसका अर्थ है कि सरायकेला खरसावां जिला के मुखिया जागरूक हैं. उन्होंने कहा कि पूरे राज्य भर में संबंध संवाद स्थापित किया जा रहा है.
उन्होंने मुखिया को कहा कि वह समाज की नींव हैं. सरकार योजना क्यों न बना ले, अगर मुखिया का सहयोग नहीं मिलेगा, तो योजना धरातल पर नहीं उतर सकती है. उन्होंने उनका कर्तव्य बताते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति भूख से न मरे यह सबसे महत्वपूर्ण बात है. उन्होंने यह भी कहा कि डीलर गलत करते हैं, तो इसकी जानकारी रहती है. जब भी शिकायत मिलती है, तो कार्रवाई भी की जाती है. मुखिया अगर सजग रहे, तो डीलर गड़बड़ी नहीं करेंगे. उन्होंने खाद्य सुरक्षा अधिनियम से जुड़ी कई बिंदुओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई.
खाद्य सुरक्षा अधिनियम के बारे में उन्होंने कहा कि पीडीएस, आंगनबाड़ी और स्कूल में मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाता है. अगर बच्चा कुपोषित है, तो उसके लिए अस्पताल में व्यवस्था की जाती है. हर स्तर पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम समाज के वंचित लोगों के लिए बनाया गया है.