सरायकेला: आत्मा सभागार में बुधवार को स्किल ट्रेनिंग ऑफ रूरल यूथ के तहत सूकर पालन विषय पर सात दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. जिसका शुभारंभ जिला कृषि पदाधिकारी सह परियोजना निदेशक, आत्मा सरायकेला विजय कुजुर द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया.
प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के कुल 15 प्रतिभागियों को विभाग द्वारा सूकर पालन का प्रशिक्षण विस्तृत रूप से दिया जाएगा. इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य पढ़े- लिखे बेरोजगार ग्रामीण युवाओं के कौशल का विकास करते हुए स्वरोजगार से जोड़ना है. यह प्रशिक्षण भारत सरकार के संस्थान मैनेज, हैदराबाद एवं समेति, झारखंड, रांची तथा आत्मा, सरायकेला के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है.
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन विजय कुमार सिंह उप परियोजना निदेशक, आत्मा, सरायकेला के देखरेख में किया जा रहा है. प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक, जिला पशुपालन पदाधिकारी, अनुमंडल पशुपालन पदाधिकारी एवं प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी के द्वारा किसानों को शुकर पालन के उन्नत तकनीक की जानकारी दी जाएगी. यह प्रशिक्षण 1 फरवरी से 7 फरवरी तक होगी. प्रशिक्षण संपन्न होने के उपरांत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले किसानों को प्रमाण पत्र निर्गत किया जाएगा.
उप परियोजना निदेशक विजय कुमार सिंह ने बताया कि सूकर पालन कम कीमत पर कम समय में अधिक आय देने वाला व्यवसाय साबित हो सकता हैं, जो युवक पशुपालन को व्यवसाय के रूप में अपनाना चाहते हैं सूकर एक ऐसा पशु है, जिसे पालना आय की दृष्टि से बहुत लाभदायक हैं, क्योंकि सूकर का मांस प्राप्त करने के लिए ही पाला जाता हैं. इस पशु को पालने का लाभ यह है कि एक तो सूकर एक ही बार में 5 से 14 बच्चे देने की क्षमता वाला एकमात्र पशु है, जिनसे मांस तो अधिक प्राप्त होता ही है और दूसरा इस पशु में अन्य पशुओं की तुलना में साधारण आहार को मांस में परिवर्तित करने की अत्यधिक क्षमता होती है. जिस कारण रोजगार की दृष्टि से यह पशु लाभदायक सिद्ध होता है. इस अवसर पर आत्मा के मुकेश कुमार, अमरेंद्र कुमार साहू, ध्रुव नारायण सिंह उपस्थित थे.