सरायकेला: आदिवासी सेंगेंल अभियान ने वर्ष 2021 की जनगणना में सरना धर्म कोड को शामिल करने की मांग को लेकर शुक्रवार को सरायकेला- खरसावां जिला समाहरणालय परिसर में धरना- प्रदर्शन किया. आदिवासी सेंगेंल अभियान के जिला संयोजक लखन बांदिया ने कहा लंबे अरसे से सरना धर्म कोड की मान्यता को लेकर चल रही मांगो के संबंध में सरकार को संज्ञान लेना चाहिए. यदि सरकार हमारी मांगो को पूरा नही करती है, तो हम जोरदार आंदोलन करेंगे. धरना प्रदर्शन के पश्चात सेंगेल अभियान द्वारा राष्ट्रपति के नाम डीसी को 7 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया. राष्ट्रपति के नाम सौंपे गए ज्ञापन में वर्ष 2021 की जनगणना में प्राकृतिक पूजक आदिवासियों की सरना धर्म कोड लागू करने, संथाली को हिंदी के साथ झारखंड की प्रथम राजभाषा बनाया जाने और हो, मुड, कुडुख, खड़िया भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने, सीएनटी- एसपीटी कानून की रक्षा करते हुए 20 शहीदों के वंशजों के सम्मान सुरक्षा और समृद्धि के लिए ट्रस्ट का गठन करने समेत अन्य मांगे शामिल है. मौके पर आदिवासी सेंगेल अभियान के जिला अध्यक्ष बिजु बास्के, माझी परगना अंपा हेम्ब्रम, संयोजक कालीपद टुडू, जादुनाथ मार्डी, लखन बांदिया व विनोद बिहारी कुजूर समेत अन्य उपस्थित थे.


