सरायकेला : सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला में बच्चों के शैक्षणिक विकास को ध्यान में रखते हुए रविवार को अभिभावक सुभाष चंद्र प्रमाणिक और बाउरी मोहन महतो की अध्यक्षता में कक्षा अष्टम से दशम तक के अभिभावक सम्मेलन का आयोजन किया गया. सबसे पहले अभिभावक अपने कक्षा आचार्य व दीदी के साथ भैया बहनों के विकास के लिए वार्तालाप किए.
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विद्यालय के प्रधानाचार्य पार्थसारथी आचार्य ने सभी अभिभावकों को भैया बहनों के शैक्षणिक विकास के लिए मार्गदर्शन प्रदान प्रस्तुत किए. उन्होंने कहा कि भैया बहनों के विकास में माता पिता का सबसे बड़ होता है. संसार परिवर्तनशील है. हमें परिवर्तन को उसके साथ चलना भी पड़ेगा. शिक्षा कोई ऐसी चीज नहीं है. एक दिन में सब कुछ समझा दिया जाए या सीख लें. यह लंबे समय तक चलने वाली प्रक्रिया है.
उन्होंने कहा कि आपकी छत्रछाया में बच्चों का विकास होते रहता है. माता-पिता बच्चों के लिए सबसे बड़ा विद्यालय होते हैं. इसलिए हमारा कर्तव्य है कि हम अपने बच्चों को सुधारे, संवारें, आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान करें. सोच बदलेंगे तो संस्था बदलेगी, संस्था बदलेगी तो देश बदलेगा. मंच संचालन उप प्रधानाचार्य तुषार कांत पति तथा शालिनी ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
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