सरायकेला: सदर अस्पताल में दो साल पूर्व हुए कोख बदलकर नाबालिग के बच्चे को हथियाने वाली एएनएम सुल्ताना परवीन के मामले का खुलासा होने के तीन दिन बाद भी अबतक विभागीय स्तर पर जांच शुरू नहीं हुई है. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि प्रशासनिक स्तर से जांच का कोई आदेश नहीं आया है. यदि आदेश आता है तो जांच कराया जाएगा. इसका मतलब साफ है कि आरोपी एएनएम को क्लीन चिट देने की तैयारी चल रही है.
क्या है मामला जाने एक नजर में
दरसल सदर अस्पताल में 8 सितंबर 2022 को सुल्ताना परवीन द्वारा एक बच्चे को जन्म दिया गया. बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट में सुल्ताना परवीन पति शेख शरीफ, निवासी मिल्लतनगर रोड, जुगसलाई, जमशेदपुर दर्ज है. पड़ताल करने पर पाया कि सुल्ताना परवीन आदित्यपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम के पर प्रतिनियुक्त थी और उसका पता भी वही है. 8 सितंबर 2022 को अस्पताल के रजिस्टर में सुल्ताना ऑन ड्यूटी थी. अटेंडेंस रजिस्टर के क्रमांक संख्या 10 में उन्होंने हाजिरी बनाई है. फिर सुल्ताना गर्भवती कैसे हुई और सदर अस्पताल में बच्चे को जन्म देने कैसे पहुंच गई ? हमारी पड़ताल में इसका भी खुलासा हुआ है कि सुल्ताना परवीन ने जुलाई 2022 में दो दिन एसपीएल यानी महिलाओं को मिलने वाला स्पेशल पीरियड लिव लिया है. अगर सुल्ताना गर्भवती थी तो उसे पीरियड कैसे हुआ ? आदित्यपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र के वाह्य रोगी पंजी 3 अवधि 10/06/2022 से 22/08/2022 में डॉ. श्वेता कुमारी ने क्रमांक संख्या 6545 में जिस मरीज का चेकअप किया है उसका नाम सुल्ताना परवीन, पति शेख परवीन, पता जुगसलाई जमशेदपुर दर्ज है. ये सुल्ताना परवीन कौन है इसकी पड़ताल करने पर हमें पूरा खेल समझ में आ गया. यहां भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गम्हरिया में 28 मई 2024 को हुए फर्जी तरीके से नवजात को गायब करने वाला खेल हुआ है.
जानें क्या हुआ था गम्हरिया सीएचसी में
आपको बता दें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गम्हरिया में 28 मई 2024 को सहिया जयंती सेन, जेएसएलपीएस कर्मी सुनीता प्रामाणिक, जिला परिषद सदस्य पिंकी मंडल के सहयोग से गर्भवती पूर्णिमा तांती का नाम बदलकर सुदीप्ता दत्ता का नाम अस्पताल के रजिस्टर में चढ़ाकर नवजात को गायब करवा दिया था. इंडिया न्यूज वायरल ने सबसे पहले 7 जून 2024 को इस खेल का खुलासा किया था उसके बाद प्रशासन हरकत में आई और सुदीप्ता दत्ता के कब्जे से बच्चे को उसकी वास्तविक मां पूर्णिमा तांती को सौंपा. फिलहाल पुलिस और प्रशासनिक जांच चल रही है.
सुलगते सवाल
जब सुल्ताना परवीन गर्भवती नहीं थी तो डॉ श्वेता कुमारी ने किस सुल्ताना का इलाज किया ? जब सुल्ताना गर्भवती थी तो उसे पीरियड कैसे हुआ ? जब सुल्ताना प्रसव पीड़ा से ग्रसित थी तो प्रसव के दिन किस सुल्ताना ने हाजिरी बनाई ? मामला उजागर होने के दो दिन बाद भी स्वास्थ्य विभाग और ज़िला प्रशासन ने जांच क्यों नहीं शुरू की है ?अस्पताल सूत्रों की माने तो एक नाबालिग गर्भवती हुई थी. वह बच्चे को जन्म देना नहीं चाहती थी. सुल्ताना ने यहीं खेल सजा लिया और तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार के करीबी होने का लाभ उठाकर गर्भवती नाबालिग का नाम गायब करवाकर उसके जगह अपना नाम चढ़ावा दिया. अस्पताल सूत्र बताते हैं कि शहरी स्वास्थ्य केंद्र में 8 सितंबर को जब नाबालिग को प्रसव के लिए लाया गया तो उसे एमजीएम रेफर कर दिया गया. मगर डॉ विजय कुमार ने नाबालिग को सदर अस्पताल बुलवा लिया और यहां प्रसव के बाद सुल्ताना बच्चे को लेकर चली गयी. बच्चा आज भी सुल्ताना के पास है. उसके बाद सुल्ताना ने अपना ट्रांसफर नवागढ़ करा लिया. इस तरह से यह मामला पूरी तरह से दब गया, मगर *इंडिया न्यूज वायरल* ने एकबार फिर से गड़े मुर्दे को कब्र से निकाल कर स्वास्थ्य विभाग में चल रहे कोख बदलने के खेल का खुलासा कर दिया है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि कोख के खेल के एक और मामले में स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशसन और सीडब्ल्यूसी क्या कदम उठाती है. हैरानीकी बात ये है कि कोख बदलने के खिलाड़ी बेधड़क सरकारी दस्तावेजों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और सारा सरकारी महकमा मौन है.
वो दस्तावेज जो साबित कर रहा है कि सदर अस्पताल में कोख बदलने का खेल हुआ है
नवजात का जन्म प्रमाण पत्र
आदित्यपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र का अटेंडेंस रजिस्टर जिसमें सुल्ताना ने 8 सितंबर 2022 को हाजिरी बनाई है
आदित्यपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र का अटेंडेंस रजिस्टर जिसमें सुल्ताना परवीन ने जुलाई 2022 में स्पेशल लिव लिया है.आदित्यपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी रजिस्टर का वह पन्ना जिसमें सुल्ताना परवीन की जांच डॉक्टर श्वेता कुमारी ने की है