सरायकेला जिला मुख्यालय थाना क्षेत्र में दर्जनों चोरी की घटनाओं के बाद अब अपराधियों के हौंसले बुलंद होने लगे हैं.
अब अपराधी डकैती की घटना को अंजाम देने लगे हैं वो भी रिहायशी इलाकों में. ताजा मामला हेंसाउड़ी का है. जहां बीती रात दो घरों में डकैती की घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है.
पहली घटना 10 दिनों से बंद अवनी कांत होता के मकान का है. जहां अपराधियों ने करीब 10 अलमारियों के ताले तोड़कर उसमें रखे सामानों को ले उड़े हैं. वैसे कितने के समान गायब हुए हैं इसका खुलासा गृहस्वामी के लौटने के बाद ही लगेगा. बताया जा रहा है, कि अवनी कान्त होता अपनी पत्नी के साथ दिल्ली ईलाज के लिए गए हैं
. उनका बेटा पीएमओ में कार्यरत हैं. बताया जा रहा है कि अवनी कांत होता की पत्नी पुष्पा होता से दो साल पूर्व फूल तोड़ने के दौरान अपराधियों ने चेन की छिनतई कर ली थी. वैसे मामले की जानकारी मिलते ही सरायकेला थाना पुलिस मौके पर पहुंच छानबीन में जुटी हुई है. घटना की जानकारी अवनी कांत होता को दे दी गई है.
वहीं दूसरी घटना सदर अस्पताल में पदस्थापित डॉक्टर प्रदीप कुमार पती के घर का है. जहां अपराधियों ने मुख्य गेट का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया. उसके बाद उनके पुत्र डॉक्टर सौरभ कुमार पती को पिस्टल के बल पर बंधक बनाकर लूटपाट शुरू कर दिया इस दौरान अपराधियों ने डॉक्टर सौरव का मोबाइल छीना ही था, कि उनकी इंजीनियर बेटी की नींद खुल गई. वह शोर मचाती इससे पूर्व अपराधियों ने उन्हें भी अपनी गिरफ्त में ले लिया, और उनके कान की बाली लूट लिए. इसी बीच डॉक्टर प्रदीप की नींद भी खुल गई जैसे ही वे मौके पर पहुंचे अपराधियों ने उन्हें भी अपने वश में करना चाहा मगर डॉक्टर पती अपराधियों से उलझ पड़े. वहीं करीब आठ की संख्या में आए नकाबपोश अपराधी लूटपाट छोड़ डॉक्टर पती से उलझ पड़े. हालांकि शोर- शराबा होता देख अपराधी हथियार का भय दिखाते हुए मौके से भाग निकले. इस घटना में डॉक्टर पती को भी चोटें आई है. घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. शोर गुल- सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने घटना पर नाराजगी जताई और कहा, पुलिस पर से ऐतबार हट गया है. हालांकि डॉ प्रदीप कुमार के घर कितने की लूटपाट हुई है, इसका खुलासा डॉक्टर प्रदीप ने नहीं किया. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. विदित रहे कि बीते 1 महीने के भीतर सरायकेला थाना क्षेत्र में करीब एक दर्जन से भी अधिक चोरी की घटनाएं हो चुकी है एक भी मामले का उद्भेदन करने में पुलिस विफल रही है. अब चोरों का मनोबल इस कदर बढ़ चुका है, कि वे रिहायशी इलाकों में डाका डालने लगे हैं. वहीं इस घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है.