सरायकेला: रविवार को श्री जगन्नाथ मेला समिति की बैठक मनोज कुमार चौधरी की अध्यक्षता में हुई. जिसमें श्री जगन्नाथ मेला समिति सरायकेला का पुनर्गठन किया गया. सर्वसम्मति से मनोज चौधरी को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष गोविंद साहू, सचिव छोटे लाल साहू सहसचिव रुपेश कुमार साहू, कार्यकारिणी सदस्य वार्ड पार्षद विकास चौधरी को बनाया गया. बैठक में सदस्य एवं दुकानदार उपस्थित थे.
बता दें कि मनोज चौधरी लगातार 14 वीं बार श्री जगन्नाथ मेला समिति के अध्यक्ष चुने गए हैं इसको लेकर मनोज चौधरी ने उपस्थित सदस्यों के प्रति आभार जताया. बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए इसके तहत मेले में थाना चौक से अनुमंडल चौक तक मांस, अंडा व मदिरा पर प्रतिबंध रहेगा. समिति द्वारा प्रस्ताव लाया गया कि मेले में सभी दुकानें गुणवत्ता युक्त एवं उचित मूल्य पर सामान बेचेंगे. खाद्य समाग्री ताजा एवं उच्च गुणवत्तायुक्त बेचेंगे. सभी दुकानदारों को निर्देश दिया गया है, कि मानक एवं गुणवत्ता युक्त सामग्री उचित मूल्य में विक्रय करेंगे. मेले में आए हुए श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा या किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक मोबाइल नंबर सभी दुकानदारों के सामने तख्ती पर उपलब्ध रहेंगे. इस बार देव सभा में आकर्षक मूर्तियां बनाई जा रही है. 1 जुलाई से 7 जुलाई तक मेला चलेगा. बैठक में मुख्य रूप से सेवा समिति के अध्यक्ष राजा सिंहदेव, सचिव पार्थसारथी दास, बादल दुबे, प्रदीप कर, दिलीप शंकर आचार्य, राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र के निदेशक तपन कुमार पटनायक, समाजसेवी सुदीप पटनायक, मंदिर के पुजारी सानो आचार्य, नुट्टू आचार्य संतोष प्रजापति, कुणाल साहू, कृष्णा राणा, अविनाश कवि, निहित साहू, सनत साहू, आकाश अग्रवाल, अभिजीत कर, विकास दरोगा, रवि प्रजापति, राजीव कुमार साहू, हाबलु कुमार, धुरवो मोदक, बिट्टू प्रजापति, नितेश कुमार चौधरी, ज्योति लाल साहू दोना लाल प्रजापति, नेपाल सिंह मोदक, गुना सिंह मोदक, ब्लू सिंह मोदक इत्यादि भारी संख्या में गणमान्य एवं प्रबुद्ध व्यक्ति उपस्थित थे.
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श्री चौधरी ने बताया कि मेले में जगन्नाथ मेला समिति के सभी सदस्यों, सरायकेला वासियों और प्रशासन का पूर्ण योगदान रहता है, लेकिन मेले की सफलता का पूरा श्रेय मुख्य रूप से गोविंद साहू और छोटे लाल साहू को जाता है. चौधरी ने वालंटियर, दुकानदारों स्थानीय सभी गणमान्य व्यक्तियों से अपील करते हुए कहा कि रथयात्रा मेला इस क्षेत्र का ऐतिहासिक एवं प्राचीन मेला है. इसकी एक अलग पहचान है. कुछ दिनों से एक षड्यंत्र के तहत सरायकेला जिला को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. हमें सावधानी पूर्वक सरायकेला के इतिहास एवं परंपरा को बरकरार रखते हुए आपसी सौहार्दपूर्ण वातावरण में रथयात्रा मेला संपन्न कराने में अपनी अहम भूमिका निभाना है. उन्होने कहा कि मेले में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है. बच्चों के खिलौने और बिजली झूला, ब्रेक डांस, मिकी माउस और नौका और अन्य छोटे- बड़े झूले लगाए जाएंगे. वहीं महिलाओं पुरुषों के लिए के लिए मीना बाजार, नाना प्रकार के व्यंजन घरेलू एवं पूजा की सामग्री उपलब्ध रहेगी.
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मनोज कुमार चौधरी (अध्यक्ष श्री जगन्नाथ मेला समिति सरायकेला)