सरायकेला: पटनायक टोला हनुमान मंदिर के पास चल रहे रामचरित मानस कथा के पांचवे दिन श्रीधाम बृंदाबन से आये श्रद्धेय अनुपानंद महाराज ने प्रसंग में राजा दशरथ के चारों पुत्र राम, भरत, लक्ष्मण एवं सत्रुघ्न की जन्म के उपरांत उनका पूरे दुलार के साथ लालन- पालन, गुरु बशिष्ठ से शिक्षा ग्रहण एवं विधि के विधान के तहत महर्षि विश्वामित्र ने इन चारों भाइयों को इनके पराक्रम को भांपने एवं प्रभु श्रीराम की माता सीता से विवाह कराने के उद्देश्य से अपने साथ ले गए, इस प्रसंग का वर्णन किया.
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कथा को श्रवण करने पहुंचे हजारों श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हो गये. इस धार्मिक अनुष्ठान के आयोजन में मुख्य रूप से अजय साहू, चिरंजीवी महापात्र, दुखु राम साहू, आलोक साहू, देवाशीष पटनायक एवं अन्य भक्त गण उपस्थित रहे.
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