सरायकेला जिले के राजनगर प्रखंड अंतर्गत भुइयांनाचना गांव के जर्मन महतो के घर करम पूजा पासा का आयोजन किया गया
. बता दें कि करम पूजा पासा सदियों से चली आ रही परंपरा है. करम पूजा झारखंड, बिहार, बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ के आदिवासी कुडमी समुदाय के मुख्य पर्व में से एक माना जाता है. यह पर्व प्राकृति से जुड़ी पर्व है, बुजुर्गों का कहना यह है कि अगर किसी के घर में करम का पेड़ निकलता है,तो वह घर बहुत ही भाग्यशाली घरों में से माना जाता है, और उनको घर करम पूजा पासा प्रतिवर्ष करना पड़ता है. और उनके साथ करम गोसाय का आशीर्वाद हमेशा हमेशा के लिए रह जाता है. करम पूजा पाशा इस तरह से किया जाता है इसमें कोई पुरोहित की जरूरत नहीं पड़ती बल्कि यह पूजा घर के बुजुर्ग में से कोई एक व्यक्ति करम गोसाय का स्मरण कर पूजा पासा किया जाता है. जिसमें उपस्थित बुद्धेश्वर महतो, गुरु प्रसाद महतो, दीपक महतो, लखन महतो, कोकिल महतो, शिवा माहतो, जितेन महतो, शिव नाथ महतो, यसमंत महतो, आदि उपस्थित थे.