सरायकेला Pramod Singh हिंदू धर्म में श्राध्द पक्ष का काफी महत्व होता है. इसे पितृ पक्ष कहा जाता है. श्राद्ध पक्ष भाद्रपद मास की पूर्णिमा से अश्विन मास की अमावस्या तक रहता है. यानी कि यह पूरा 16 दिन तक चलता है.

विज्ञापन
इन 16 दिनों में लोग अपने पितरों तो याद कर उनकी मृत्यु तिथि पर तर्पण, पिंडदान आदि कर्म करते हैं. माना जाता है कि ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं. इस बार पितृ पक्ष 10 से 25 सितंबर तक रहेंगे. जो लोग पितृ दोष से परेशान हैं. उनके लिए यह समय काफी खास रहता है.
पितृ पक्ष में पूरी श्रद्धा के साथ पितरों को याद किया जाता है. पितरों का श्राद्ध करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है और वे अपने वंशजों को सुख- समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं.

विज्ञापन