सरायकेला (Pramod Singh) हेमंत है तो हिम्मत है. सरायकेला जिले में यह कहावत चरितार्थ हुआ है. जहां जिंदगी से निराश हो चुके निराकार साहू को जिले के उपायुक्त की वजह से जीने की उम्मीद जगी है. ऐसा इसलिए संभव हो सका क्योंकि राज्य के युवा मुख्यमंत्री ने असाध्य रोगियों के लिए विशेष कोष बनाया है. जिसे मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के नाम से जाना जाता है.
दरअसल सरायकेला- खरसावां जिले के सरायकेला नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या पांच निवासी निराकार साहू विगत कई सालों से कैंसर जैसी घातक बीमारी से जूझ रहे थे…. आर्थिक रूप से कमजोर निराकार साहू ने जीने की उम्मीद छोड़ दी थी. तभी उन्होंने अंतिम प्रयास किया. उन्होंने जिले के उपायुक्त द्वारा आयोजित जनता दरबार में फरियाद लगाई. जिस पर उपायुक्त अरवा राजकमल ने तत्काल संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन को मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना का लाभ निराकार साहू को दिलाने का निर्देश दिया.
सिविल सर्जन ने मामले पर त्वरित संज्ञान लिया और निराकार साहू को मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत कुल 2. 71 लाख रूपये स्वीकृति के लिए अनुमोदित किया. जिसे फौरन स्वीकृति मिल गयी. आज निराकार साहू का बेहतर ईलाज संभव हो सका. अब उन्हें उम्मीद की नई किरण नजर आने लगी है. निराकार साहू ने जिले के उपायुक्त और मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया है.
सुने निराकार साहू की जुबानी
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निराकार साहू (लाभुक- मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना)