बीते 10 दिनों से लापता कांड्रा के व्यवसाई देवदत्त अग्रवाल उर्फ देवी अग्रवाल के पुत्र मनीष अग्रवाल को ढूंढने को लेकर सरायकेला एसपी ने चांडिल एसडीपीओ संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर दिया है. इसमें कांड्रा थाना प्रभारी राजन कुमार, गम्हरिया थाना प्रभारी कृष्ण मुरारी, सब इंस्पेक्टर प्रकाश यादव, सनोज चौधरी, अमित कुमार एवं एएसआई राजीव कुमार शामिल है. गौरतलब है कि पिछले 9 दिनों में जिला पुलिस लापता व्यवसाई पुत्र को ढूंढ पाने में विफल रही है. उधर 9 वें दिन परिजनों एवं स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश प्रकट करते हुए थाने का घेराव किया गया, एवं बाजार को बंद कराया गया. वहीं चेंबर ऑफ कॉमर्स ने जिले के उपायुक्त से मुलाकात कर एसआईटी गठित करने की मांग उठाई थी, जबकि जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया था. कुल मिलाकर एसआईटी की जांच पर सबकी निगाहें टिकी है. अहम सवाल ये है, कि आखिर मनीष गया तो आखिर कहां गया. हाईटेक तकनीक के दौर में आखिर पुलिस से चूक कहां हो रही है. सूत्रों के अनुसार मनीष को आखरी बार आदित्यपुर थाना अंतर्गत हरिओम नगर के आसपास देखा गया है, जबकि उसका मोबाइल लोकेशन बिष्टुपुर वोल्टास बिल्डिंग के समीप का मिला है. वही मनीष के लैपटॉप में आत्महत्या से संबंधित खबरें सर्च किए जाने की बात सामने आ रही है. बताया जा रहा है, कि मनीष की शादी होने वाली थी. और उसकी सगाई भी हो चुकी थी.


