सरायकेला: सरायकेला- खरसावां पुलिस ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. जहां एसपी मुकेश कुमार लुणायत द्वारा गठित एसआईटी ने दलभंगा ओपी क्षेत्र से अंतरजिला मोटरसाइकिल गिरोह का खुलासा करते हुए चार अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इतना ही नहीं पुलिस ने इनके पास से चोरी के कुल 70 मोटरसाइकिल बरामद किए हैं जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. झारखंड में इससे पहले इतनी बड़ी रिकवरी कहीं नहीं हुई थी.
मजे की बात यह है कि इससे पूर्व अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी जमशेदपुर में अगस्त 2022 में हुई थी. जहां तत्कालीन ग्रामीण एसपी मुकेश कुमार लुनायत ही थे जो वर्तमान में सरायकेला के एसपी है. यह रिकवरी कोवाली में हुई थी. जहां पुलिस ने चोरी के 67 मोटरसाइकिल रिकवर किए थे. इस तरह से देखा जाए तो सरायकेला एसपी ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है.
पुलिस की गिरफ्त में आए अभियुक्तों में शंकर माझी उर्फ संदीप, भूषण मछुआ, शिव मुंडा उर्फ शिबू मुंडा और मंगल मुंडा शामिल है. इस संबंध में जानकारी देते हुए एसपी मुकेश कुमार लुनायत ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि तमाड़ थाना क्षेत्र के तीन मोटरसाइकिल चोर कुचाई बाजार में मोटरसाइकिल चोरी करने आने वाले हैं. उन्होंने बताया कि ऐसी सूचना थी कि इन लोगों द्वारा पहले भी इस क्षेत्र में विभिन्न हाट एवं बाजारों से मोटरसाइकिल की चोरी की गई है. सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई को लेकर उन्होंने एक विशेष सीट का गठन किया. एसआईटी द्वारा प्राप्त सूचना का सत्यापन करते हुए शंकर माझी उर्फ संदीप और भूषण मछुआ को चोरी के मोटरसाइकिल के साथ पकड़ा गया. पूछताछ के क्रम में शंकर माझी एवं भूषण मछुआ द्वारा स्वीकार किया कि उनके द्वारा सरायकेला जिले के अलावा रांची, चाईबासा, खूंटी एवं जमशेदपुर जिला के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के हाट- बाजार एवं मेला से विगत कुछ वर्षों में 100 से अधिक मोटरसाइकिल की चोरी किए हैं. चोरी की गई मोटरसाइकिल को बेचने के लिए शिव मुंडा और मंगल मुंडा को देते हैं. पूछताछ में शिव एवं मंगल मुंडा ने बताया कि कुचाई दलभंगा एवं अड़की थाना क्षेत्र के ग्रामीणों को बाद में गाड़ी संबंधित कागजात देने की बात बोलकर सभी गाड़ियों के बेचा जाता है. जिसके त्वरित कार्रवाई करते हुए इस सूचना के आधार पर शिव मुंडा एवं मंगल मुंडा को गिरफ्तार किया गया एवं इन लोगों के निशानदेही पर उनके घर एवं जंगल में छुपा कर रखे कुल 30 मोटरसाइकिल बरामद किया गया. एसपी ने बताया कि इन मोटरसाइकिलों को इनके द्वारा निकट भविष्य में बेचने की योजना थी. अनुसंधान के क्रम में छापेमारी दल द्वारा चोरी के 39 मोटरसाइकिल बरामद किए गए. एसपी ने बताया कि इस बरामद की से सरायकेला, रांची, जमशेदपुर, खूंटी एवं चाईबासा जिले के कुल 25 कांडों का उद्वेदन हुआ है. सभी जप्त मोटरसाइकिल का सत्यापन किया जा रहा है. जिससे दर्जनों कांड के उदभेदन होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सभी अभियुक्त बेहद शातिर प्रवृत्ति के हैं. यह सभी लोग ग्रामीण क्षेत्रों में यह अफवाह फैला रखे थे कि ये लोग पुराना मोटरसाइकिल बेचने का काम करते हैं. साथ ही मोटरसाइकिलों का कागजात बाद में देने की बात बोलकर उन्हें बेच दिया जाता था. पूछताछ के बाद सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है. एसपी ने ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से बगैर पर्याप्त दस्तावेज किसी भी अनजान व्यक्ति से वहन ना खरीदने की सलाह दी है.
एसआईटी में ये थे शामिल
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सरायकेला समीर सवैया, चांडिल इंस्पेक्टर अजय कुमार, कुचाई थाना प्रभारी नरसिंह मुण्डा, खरसवां थाना प्रभारी, गौरव कुमार, नीमडीह थाना प्रभारी संतन तिवारी, चौका थाना प्रभारी बजरंग महतो, दलभंगा ओपी प्रभारी रविन्द्र मुण्डा, सिनी ओपी प्रभारी राजेन्द्र कुमार, पुअनि. डील्सन बिरुआ, विनोद टुडु, रविकांत परासर, कुंजल, विनोद मांझी, दलभंगा, रासबिहारी यादव, कुचाई थाना में प्रतिनियुक्त सैट सशस्त्रबल एवं दलभंगा ओपी में प्रतिनियुक्त सैट सशस्त्रबल शामिल थे.