सरायकेला Report By Pramod Singh जिले में राजनीतिक आकाओं और बड़े पुलिस अफसरों की पैरवी पर नौ साल साल से सरायकेला थानों में जमे टाइगर मोबाईल हवलदार राकेश कुमार की पहुंच इतनी ऊंची है कि इनका कई बार दूसरे थानों में तबादला किया गया, लेकिन ऊंची पैरवी की वजह से कई साल से इनकी रवानगी नहीं हो पा रही है.
नौ साल से एक ही थाने में जमे हवलदार साहब अवैध कमाई का जरिया बन चुके हैं. हवलदार साहब थाना क्षेत्र की भौगोलिक स्थित से पूरी तरह वाकिफ है. उनकी ठेले वालों से लेकर बड़े व्यापारियों तक में अच्छी पहचान बन चुकी हैं. इसी का फायदा उठाकर वह हर महीने मोटी कमाई कर रहे हैं. नए थानेदार के आने पर माहिर हवलदार साहब उनके खास बन जाते हैं. हालांकि इनकी रवागनी का आदेश जारी करने वाले यही अफसर कई साल से इन्हें संरक्षण भी दे रहे हैं, जिसकी वजह से थानों में नौ साल से अधिक समय बिता चुके है. इधर आदित्यपुर थाने में पदस्थापित एएसआई राजीव कुमार भी सालों से यहीं जमे हैं. हर बार इनका ट्रांसफर या डेप्यूटेशन किया जाता है मगर अपनी रसूख के दम पर राजीव बाबू फिर से यहीं पहुंच जाते हैं. राजीव कुमार कुलुपटांगा टीओपी, आरआईटी, आदित्यपुर, कांड्रा फिर आदित्यपुर में ही सेवा दे रहे हैं. पूर्व के एसपी मनीष टोप्पो ने इनकी कोर्ट में ड्यूटी लगाई थी मगर पुनः आदित्यपुर में पोस्टिंग कराने में कामयाब रहे हैं.