सरायकेला/ Pramod Singh जिले का कुख्यात शराब कारोबारी शिवा मंडल उर्फ शिबो मंडल उर्फ शिबू मंडल आबकारी विभाग के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. दर्जनों बार आबकारी विभाग ने शिबू मंडल के ठिकानों को ध्वस्त किया है, मगर शिबू मंडल स्थानीय पुलिस के सहयोग से अपने धंधे को दिनों दिन बढ़ाता जा रहा है. उसका साम्राज्य पड़ोसी जिला जमशेदपुर और चाईबासा तक फैल चुका है. पुलिस के आलाधिकारी आते ही सबसे पहले शिबू मंडल के ठिकाने को ध्वस्त करते हैं, मगर शिबू मंडल अपनी पहुंच का लाभ उठाकर बार- बार बाहर आ जाता है. इतना ही नहीं जितने की नुकसान उसे होती है उससे दुगने का निवेश करके वह अपने धंधे को संचालित करता है.
सरायकेला जिला के आदित्यपुर, गम्हरिया और कांड्रा इलाके में शिबो मंडल का वर्चस्व कायम है. गुरुवार को एक बार फिर से आबकारी विभाग ने शिबो मंडल के ठिकाने पर दबिश दी. जहां से भारी मात्रा में शराब बनाने में प्रयुक्त सामग्रियों को जप्त किया गया. साथ ही अवैध शराब और जावा को विनिष्ट किया गया है, मगर यहां भी शिबो मंडल विभाग को चकमा देने में कामयाब रहा. फिलहाल आबकारी विभाग शिबो मंडल के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश में जुट गई है. सवाल यह उठता है कि आखिर शिबो मंडल कितना प्रभावशाली शराब माफिया है, जिसे पुलिस पकड़ पाने में नाकाम साबित हो रही है. अंदर खाने की माने तो शिबो मंडल के हर गतिविधियों की जानकारी संबंधित थाना थाने को रहती है. उसके ठिकाने पर जब भी बड़े स्तर पर कार्रवाई होने की तैयारी होती है उसे सूचना मिल जाती है. नतीजतन विभाग और वरीय अधिकारी खानापूर्ति कर वापस लौट जाते हैं. सरायकेला की कमान संभालने के बाद वर्तमान एसपी डॉक्टर विमल कुमार ने भी शिबो मंडल के ठिकाने पर कार्रवाई की थी, मगर शिबो मंडल पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया.
Reporter for Industrial Area Adityapur