सरायकेला: पुलिस के लिए साल 2024 उपलब्धियों भरा रहा. खास कर जब से बतौर एसपी मुकेश कुमार लुणायत ने पदभार संभाला उसके बाद से न केवल आपराधिक घटनाओं में कमी आई है बल्कि जिले के लागभग सारे कुख्यात अपराधी या तो तड़ीपार हो चुके हैं या सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं. हालांकि एसपी मुकेश कुमार लुणायत ने इसका श्रेय पूरी टीम को दिया है.
मालूम हो कि बतौर एसपी मुकेश कुमार लुणायत ने 4 जुलाई 2024 को पदभार ग्रहण किया है. उस वक्त उनके समक्ष कई चुनौतियां थी. मसलन कुख्यात अपराधियों को चिन्हित कर उनपर नकेल कसना, उनकी गतिविधियों खासकर उनके नेटवर्क को ध्वस्त करना, जिले को अपराधमुक्त बनाना और सबसे बड़ी चुनौती ब्राउन शुगर के लिए कुख्यात हो चुके आदित्यपुर के माथे से इस कलंक को मिटाना था. एसपी ने सभी चुनौतियों से बखूबी निपटा और न केवल अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने में सफल हुए बल्कि आदित्यपुर के माथे पर लगा ब्राउन शुगर का कलंक भी अब मिटने वाला है, यानी आदित्यपुर अब ब्राउन शुगर फ्री जोन बनने जा रहा है.
आसान नहीं था सफर
वैसे यह सब कुछ इतना आसान नहीं था. महज पांच महीने के कार्यकाल में विधानसभा चुनाव निपटाते हुए इन सारी उपलब्धियों को हासिल करने को लेकर एसपी ने विशेष कार्य योजना के तहत काम शुरू किया. जैसे “प्रहरी योजना”, “बीट पेट्रोलिंग”, “होटल गेस्ट वेरीफिकेशन योजना” “टास्क ऑफ द डे” “अपराध निवारण एवं उद्वेदन विंग” सरीखे योजनाएं लाकर उन्होंने इसके पीछे अपनी पूरी मशीनरी लगा दी. इसमें उन्हें सभी थानेदारों ने भरपूर मदद की. खासकर आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने ब्राउन शुगर को लेकर महज 3 महीने में जो अभूतपूर्व उपलब्धि दिलाया है वह न केवल सरायकेला पुलिस बल्कि एसपी मुकेश कुमार लुनायत के उपलब्धियां में चार चांद लगा रहा है.
उपलब्धियां एक नजर में
जिले का मोस्ट वांटेड अपराधकर्मी कार्तिक लोहार की घेराबंदी, जिसमें पुलिस से बचने के क्रम में उसने ऊंचाई से छलांग लगा दी थी जिसमें वह मारा गया. कुख्यात अपराधकर्मी सागर लोहार के नेटवर्क को एक- एक कर ध्वस्त करना. संतोष थापा को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार करना, शातिर अपराधकर्मी गुड्डू पांडे को गिरफ्तार करना, जिले में अवैध रूप से संचालित शराब भट्ठियों को ध्वस्त करना, आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती के सारे ब्राउन शुगर कारोबारियों को सलाखों के पीछे भेजना, अलग- अलग कांडों के आरोपित 1459 अपराध कर्मियों की सूची बनाकर उनपर निगरानी करना और उनमें से ज्यादातर को सलाखों के पीछे भेजना, राज्य के सबसे बड़े चोरी के 70 मोटरसाइकिल की बरामदगी सरीखे उपलब्धियां शामिल है.
हर कांड हुआ उद्भेदित
इन पांच महीने के कार्यकाल में शायद ही कोई मामला हो जिसकी गुत्थी नहीं सुलझी हो. छोटे से छोटे आपराधिक घटनाओं में पुलिस को सफलता मिली है. वहीं आपराधिक घटनाओं में अभूतपूर्व कमी आई है.
2024 में अपराध और नशे के रोकथाम को लेकर उठाए गए कदम
जिला पुलिस की ओर से साल 2024 में अपराध और नशे के कारोबार पर नकेल करने को लेकर पिट एनडीपीएस (PIT NDPS) के तहत 3 और 9 अपराधियों के खिलाफ निरुद्धादेश लगाने की अनुशंसा की गई. दस अपराधियों को जिलाबदर और 8 अपराधियों को थाना हाजिरी के लिए अनुशंसा किया गया. गुंडा पंजी में कुल 372 लोगों का नाम दर्ज किया गया. इसमें 99 का एनडीपीएस में, 156 के खिलाफ उत्पाद और 117 का नाम अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने पर दर्ज किया गया. वहीं जिले भर के 117 संदिग्धों पर निगरानी प्रस्ताव भेजा गया है. इसमें 24 एनडीपीएस और 93 अन्य मामलों के संदिग्ध शामिल हैं.
कहां करनी होगी मशक्कत
वैसे तो जिला पुलिस के लिए उपलब्धियों की लंबी फेहरिस्त है मगर सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना बड़ी चुनौती है. लगातार सड़कों पर बढ़ते भार और पूरे जिले में पार्किंग की कोई समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण जिला पुलिस के लिए सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना टेढ़ी खीर साबित हो रही है. इस संबंध में पुलिस कप्तान का कहना है कि पहले अपराध और अपराधियों पर पूरी तरह से अंकुश लगा लिया जाए उसके बाद सड़क दुर्घटनाओं पर विशेष कार्य योजना बनाकर काम किया जाएगा. इसपर भी हमारी टीम सफल होगी ऐसा पूर्ण विश्वास है. उन्होंने कहा कि इसे मैं एक चुनौती के रूप में ले रहा हूं जल्द ही इस पर काम शुरू किया जाएगा.
पूरे टीम को श्रेय
पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुनायत ने बताया कि जिला को अपराध और नशा मुक्त बनाने को लेकर उनके कार्य योजना को अमली जामा पहनाने में उनके साथ काम कर रहे दोनों अनुमंडल के एसडीपीओ, हेड क्वार्टर डीएसपी, इंस्पेक्टर और सभी थानेदारों के साथ पीसीआर, टाइगर मोबाइल और तकनीकी शाखा दिन-रात मेहनत कर रही है. यही वजह है कि उत्तरोत्तर सफलता मिल रही है. इसके लिए पूरी टीम बधाई के पात्र हैं. आगे भी हर तरह के चुनौतियों से निपटने के लिए हमारी पूरी टीम तैयार है उन्होंने बताया कि ब्राउन शुगर मुक्त जिला बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जाएगा. इसपर अभी थोड़ा और काम करने की जरूरत है.