सरायकेला: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के एक वर्ष पूर्ण होने पर चंदूलाल भालोटिया सोशल वेलफेयर ट्रस्ट सरायकेला कोलेबिरा में परिचालित प्रधानमंत्री विश्वकर्मा संस्थान के अंतर्गत विश्वकर्म योजना से जुड़े 200 से अधिक लाभार्थियों का सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें 150 लाभार्थियों को स्किल प्रमाण पत्र वितरण किया गया.
इस योजना के अंतर्गत चार लाभार्थियों को स्वरोजगार परिचालन हेतु, बैंक की तरफ से एक लाख का ऋण चेक के रूप में प्रदान किया गया. विदित हो कि यह कार्यक्रम पूरे भारतवर्ष में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से जुड़े सभी प्रशिक्षण संस्थान वर्चुअल मोड से वर्धा महाराष्ट्र से जुड़े. जहां प्रधानमंत्री ने सभी लाभुकों को बधाई दी एवं उन्हें संबोधित किया.
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त महोदय रवि शंकर शुक्ला शामिल हुए. वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रशिक्षु आईएएस कुमार रजत, चंदूलाल भालोटिया सोशल वेलफेयर ट्रस्ट के निदेशक अजय अग्रवाल एवं अन्य अधिकारी शामिल हुए. मौजूद अतिथियों ने सभी लाभुकों को बधाई एवं उनके सफल भविष्य और उद्यमी होने की मंगल कामना की.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत देश के नागरिकों को स्वावलंबी बनया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो कार्य करने की क्षमता हमारे देश के लोगो में है वह अन्य देश में नहीं है. योजना के तहत 18- 40 वर्ष इच्छुक लाभार्थियों को उनके इच्छानुरूप क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर सशक्त बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है. उपयुक्त ने उपस्थित पदाधिकारीयों को निर्देशित करते हुए कहा कि लाभार्थियों के रुचि को देखते हुए प्रशिक्षण प्रदान करें जिसमें वह पूरी लगन एवं ततपरता से कार्य कर सकें. उपायुक्त ने कहा कोई भी कार्य या व्यवसाय छोटा नहीं होता है. समाज, राज्य एवं देश के विकास में अपना सहयोग करें. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने अग्रणी बैंक प्रबंधक को प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना से जुड़े लाभार्थियों को स्वरोजगार की क्षेत्र में आगे बढ़ाने हेतु प्राथमिकता के आधार पर ऋण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. उपायुक्त ने कहा कि विभिन्न प्रोडक्ट के निर्माण हेतु कार्य करने वाले लोगों को मार्केटिंग में सहयोग हेतु विभागीय पदाधिकारी को सहयोग करने की आवश्यकता है. उपायुक्त ने उपस्थित लाभुकों से अपील करते हुए कहा कि वह स्वयं इस योजना के लाभ लेकर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाएं तथा अपने आसपास के लोगों को भी योजना के संबंध में जानकारी प्रदान कर जागरूक करें ताकि सभी इच्छुक लोगो को अपने इच्छानुरूप क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वावलंबी बनने की दिशा में अवसर प्रदान किया जा सकें. साथ ही राष्ट्र निर्माण में सबकी सहभागिता सुनिश्चित की जा सकें.