राज्य के पारा शिक्षक एक बार फिर से आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं. आपको बता दें, कि वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार पारा शिक्षकों को स्थायी करने और वेतन में बढ़ोतरी का भरोसा देकर सत्ता पर काबिज़ हुईं हैं. वैसे राज्य के शिक्षा मंत्री के अस्वस्थ होने के बाद पारा शिक्षकों का मामला लंबित पड़ा हुआ था. हालांकि अब शिक्षा मंत्री स्वस्थ होकर वापस लौट चुके हैं, लेकिन सरकार पारा शिक्षकों के मामले पर अब यू टर्न लेते हुए उनके लिए कल्याण कोष बनाने की बात कर रही है. ऐसे में राज्य भर के पारा शिक्षक एक बार फिर से आंदोलित हो उठे हैं, और सभी जिलों में पारा शिक्षक आंदोलन की रूपरेखा तैयार करते हुए सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने की योजना बना रहे हैं. इधर रविवार को सरायकेला- खरसावां जिला के पारा शिक्षक भी बैठक कर रणनीति बनाते नजर आए. इन्होंने साफ कर दिया है, कि उन्हें कल्याण कोष के माध्यम से नहीं बल्कि स्थायीकरण और सरकारी वेतनमान चाहिए अन्यथा सरकार के खिलाफ आंदोलन फिर से शुरू कर दिया जाएगा.
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