केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानूनो के विरोध और किसान आंदोलन के समर्थन व विभिन्न जनसमस्याओ को लेकर महागठबंध में शामिल दल कांग्रेस, झामुमो व राजद द्वारा जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया गया
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धरना को संबोधित करते हुए कांग्रेस के जिला अध्यक्ष छोटराय किस्कू ने कहा कि केन्द्र सरकार को देश की आम जनता से कोई सरोकार नही है. मोदी सरकार तानाशाह सरकार बन गयी है, जो देश की जनता के दु:ख तकलीफो से मुंह मोड़ने लगी है. उन्होंने कहा इस सरकार को आम जनता, नौजवान व किसान की परेशानियों से कोई लेना देना नहीं है. यही कारण है, कि विभिन्न पेट्रो उत्पादों में बेतहाशा वृद्धि कर बढ़ती महंगाई से आम लोगों के सामने परेशानी खड़ी की जा रही हैं.
छोटे राय किस्कू (जिला अध्यक्ष सरायकेला खरसावां- कांग्रेस)
वहीं धरना को संबोधित करते हुए झामुमो जिला अध्यक्ष डॉ शुभेंदु महतो ने केन्द्र सरकार की जमकर आलोचना की. कहा केन्द्र सरकार तीन कृषि कानूनो को अविलंब वापस ले नही तो विपक्ष सड़क से लेकर सदन तक जोरदार आंदोलन करेगी.
डॉ शुबेन्धु महतो (जेएमएम जिला अध्यक्ष सरायकेला)
धरना के पश्चात महागठबंधन के नेताओं ने राष्ट्रपति के नाम डीसी को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में देश में सरकार वैक्सीन उत्पादन की क्षमता को बढाये व सामुहिक टीकाकरण अभियान को तेज करे. आयकर के दायरे से बहार सभी परिवार को केंद्र सरकार 7500 रू दे, पेट्रोलियम व डीजल पर उत्पाद शुल्क में अभूत पुर्व वृद्धि वापस ले, रसोई गैस व आवश्यक वस्तुओं विशेष रूप से खाद्य तेल की कीमतों को कम करे. तीन किसान कानूनों को निरस्त करते हुए किसानों को एमएसपी की गारंटी दे, सार्वजनिक क्षेत्रों में बेलगाम निजीकरण पर रोक लगाये, श्रमिक व
श्रमिक वर्ग के अधिकारों को कमजोर करने वाली श्रम संहिताओं निरस्त करे, एमएसएमई के पुनरूद्धार के लिए ऋण का प्रावधान नही बल्कि मौद्रिक प्रोत्साहन पैकेज लागू करे, हमारे आर्थिक व सामाजिक बुनियादी ढांचे के निमार्ण के लिए सार्वजनिक निवेश बढाएं, मनरेगा को कम से कम दोगुनी मजदुरी के साथ 200 दिनों के लिए बढ़ती गारंटी के साथ व्यापक रूप से बढायें, शिक्षण संस्थान जल्द से जल्द खुले इससे सुनिश्चीत करने के लिए शिक्षकों कर्मचारियों और छात्रों के टीकाकरण में प्राथमिकता दें सहित अन्य मांगें शामिल है. मौके पर कांग्रेस महासचिव तस्लीमा मल्लिक, अनुप प्रताप सिंहदेव, लालबाबू सिंहदेव, सांसद प्रतिनिधि राज बागची, हीरालाल सतपथी, भोला मोहांती, विजय महतो, शंभु आचार्य, डोमन महतो, लक्ष्मी सरदार व सबाना सहित कई अन्य उपस्थित थे.