सरायकेला: Pramod Singh थाने के कथित खबरी (एसपीओ) दिनेश साहू द्वरा सरायकेला बाजार के रहने वाले 16 वर्षीय युवक सागर राणा को प्रताड़ित किये जाने के बाद सीनी रेलवे स्टेशन के समीप ट्रेन के आगे कुदकर आत्महत्या करने के मामले में एसपी डॉ बिमल कुमार ने थाना प्रभारी नीतीश कुमार को निलंबित करते हुए सर्किल इंस्पेक्टर राम अनूप महतो को पूरे मामले के जांच का जिम्मा सौंपा है. साथ ही एसपीओ दिनेश साहू को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है.
दरअसल गुरुवार की सुबह से ही मृत युवक के परिजनों के साथ सरायकेला वासियों ने युवक के शव को लेकर सरायकेला थाने का घेराव कर दिया था. सभी आरोपी एसपीओ दिनेश साहू की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे करीब छः घंटे तक प्रदर्शन के बाद अंततः थानेदार के निलंबन के बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ उसके बाद परिजनों शव को अपने साथ ले गए.
निलंबित थानेदार नीतीश कुमार सिंह
क्या वाकई थानेदार दोषी हैं या राजनीति के शिकार हुए नीतीश ?
बता दें कि जमशेदपुर के साकची थाने से फोन आया कि सरायकेला बाजार निवासी सागर राणा के खिलाफ मोबाइल चोरी किए जाने की एक शिकायत थाने में दर्ज कराई गई है. थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने इसके अनुसंधान का जिम्मा एसआई अभिमन्यु कुमार को सौंपा गया था. एसआई अभिमन्यु कुमार ने एसपीओ दिनेश साहू को सागर राणा के घर जाकर उसे मोबाइल के साथ थाने में उपस्थित होने का कार्य सौंपा गया. इस संबंध में मृत युवक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि दिनेश साहू ने सागर राणा के घर जाकर उसकी 14 वर्ष की छोटी बहन को धमकाते हुए मामले से बचाने के लिए 50000 की मांग की. नहीं देने की स्थिति में दिनेश साहू ने जेल भिजवाने की धमकी दी. जिससे भारी तनाव में आकर सागर राणा ने सीनी जाकर रेलवे स्टेशन के समीप ट्रेन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली. इतना ही नहीं सरायकेला बाजार के खोमचा से लेकर ठेला लगाने वाले और दुकानदारों ने भी दिनेश साहू की शिकायत की है. आक्रोशित दुकानदारों ने कहा है कि दिनेश साहू थाने का रौब दिखाकर हमेशा उन्हें प्रताड़ित करता है. सभी दिनेश साहू की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे. उधर लोगों के आक्रोश को देखते हुए दिनेश फरार हो गया. उधर लगातार बढ़ते आक्रोश के बीच एसपी ने थाना प्रभारी नीतीश कुमार को निलंबित करने का आदेश दे दिया जिसके बाद लोग शांत हुए. सवाल यह है कि आखिर इस पूरे मामले में थानेदार की क्या गलती है ? क्या थानेदार को हटवाने को लेकर यह दबाव बनाया गया ? ऐसे कई अनसुलझे सवाल हैं जो एसपी के कार्रवाई के बाद उठने लगे हैं.
बाईट
हरविंदर सिंह (एसडीपीओ)
आरोपी खबरी (एसपीओ) दिनेश साहू
विधायक प्रतिनिधि सनद आचार्य की भूमिका इस पूरे मामले में काफी सराहनीय रही. उन्होंने मृतक सागर राणा को इंसाफ दिलाने का प्रण लिया था, वे घटना के बाद से ही लगातार परिजनों को ढांढस बंधाने में जुटे थे. उनके दबाव का ही परिणाम रहा कि एसपी को थानेदार के खिलाफ कार्रवाई करना पड़ा, जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. बता दें कि मृतक अपने घर का इकलौता चिराग था. दो वर्ष पूर्व पिता का देहांत हो गया था. घर पर मां और इकलौती बहन रह गई है. उसका नाम मोबाईल चोरी में जमशेदपुर के साकची थाने में दर्ज हुआ है. यह भी जांच का विषय है.