चांडिल: सरायकेला जिले के नीमडीह थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. जहां एक महिला ने पहले अपनी तीन बेटियों को कुएं में फेंककर मौत के घाट उतार दिया उसके बाद खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना बीते गुरुवार की बताई जा रही है. पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी और परिजनों ने सभी शवों का दाह संस्कार कर दिया.
इस बीच पुलिस तब रेस हुई जब शुक्रवार को पुलिस को रघुनाथपुर स्थित कुरकुट वन में 31 वर्षीय महिला शंतना हांसदा का शव फंदे से झूलता मिला. शनिवार को पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन की. पाया कि महिला ने आत्महत्या से पूर्व अपनी तीन बेटियों सेफाली (12), दिपाली (10) और रूपाली (9 माह) को घर के पास स्थित कुएं में फेंक कर मार डाला था. चार बेटियों में एक दो वर्षीय बेटी खेलने के कारण किसी तरह बच गई. ग्रामीण इस घटना का कारण आर्थिक तंगी बता रहे हैं.
बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह तीनों बच्चियों की कुएं में मौत के बाद शवों को निकालकर परिवारवालों और गांव वालों ने अंतिम संस्कार कर दिया. घटना गुरुवार सुबह 11:00 बजे की है, लेकिन पुलिस को इसका पता शुक्रवार को चला. इस घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी गई. पुलिस तो शंतना की लाश नीमडीह के जंगल में मिलने के बाद जब छानबीन करने लगी तो सारी बातें परत- दर- परत खुलने लगीं.
गुरुवार को घटना के दौरान महिला का पति सुबोध हांसदा घर से बाहर था. वह ट्रैक्टर चालक है. सूचना मिलने के बाद वह घर पहुंचा तो देखा कि उसका परिवार खत्म हो चुका है. उसका रो- रोकर बुरा हाल है. वह अपनी दो वर्षीय बच्ची के साथ सदमे में है. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.