सरायकेला: झालसा रांची के निर्देशानुसार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष रामाशंकर सिंह के मार्गदर्शन में रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव तौसीफ मेराज ने मंडल कारा का निरीक्षण किया. इस दौरान डीएलएसए सचिव ने झालसा एक्टिविटी कैलेंडर के अनुसार जेल के विचाराधीन और सजायाफ्ता कैदियों के लिए इंटेंसिव कैंपेन चलाया. साथ ही जेल के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण भी किया.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव ने उपस्थित कैदियों को कानूनी जानकारियां देते हुए कहा कि वैसे बंदी जिनका बेल हो जाता है परंतु बेलबॉण्ड नहीं दे पाते वैसे कैदियों के घर वालों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा सूचित किया जाएगा. जिनके पास केस लड़ने को वकील नही सजायाफ्ता अगर अपील करना चाहे तो भी जिला विधिक सेवा प्रधिकार द्वारा उन्हें निःशुल्क कानूनी मदद दी जायेगी. मौके पर प्रभारी काराधीक्षक सत्येंद्र महतो, एलएडीसी चीफ दिलीप कुमार साव, एलएडीसी के डिप्टी चीफ सुनीत कर्मकार, सहायक अम्बिका चरण पाणी, विजय कुमार महतो, पीएलवी बिट्टू प्रजापति व तारापद सरकार समेत अन्य उपस्थित रहे. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव तौसीफ मेराज ने झालसा द्वारा चलाए जा रहे इंटेंसिव कैंपेन के बारे में बताते हुए कहा कि विचाराधीन और सजायाफ्ता सभी कैदियों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा लीगल एड दी जाती है. इस अवसर पर उपस्थित बन्दियों ने अपनी समस्याएं डीएलएसए सचिव के समक्ष रखी तथा उनकी समस्याएं सुनकर उनका समुचित समाधान करने का आश्वासन दिया गया. इस दौरान चार बंदियों को किशोर के रूप में पहचानकर लीगल ऐड डिफेंस कॉउन्सिल के माध्यम से सम्बन्धित न्यायालय में उन्हें किशोर घोषित करने हेतु आवेदन की प्रक्रिया शुरू की गई.