सरायकेला: सरायकेला में दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को भी सभी बैंकों व डाकघर के बाहर शाखा के कर्मचारी हड़ताल पर रहे और कामकाज पूरी तरह से ठप रहा. कर्मी सेंट्रल ट्रेड यूनियन, केंद्र सरकार द्वारा सार्वजनिक उपक्रमों का विनिवेश, नए श्रम कानून व न्यू पेंशन स्कीम को रद करने की मांग कर रहे हैं. हड़ताल के दौरान सभी बैंक कर्मचारी अपने शाखा के बाहर प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की. सेंट्रल ट्रेड यूनियन द्वारा बुलाई गई दो दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को भी आल इंडिया बैंक इम्प्लाईज फेडरेशन के बैनर तले सभी बैंकों के बाहर कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. ऑल इंडिया ग्रामीण डाक सेवक संघ के अध्यक्ष श्रीधर पंडा ने बताया कि ट्रेड यूनियनों की मांग पर 28 और 29 मार्च को दो दिन की सांकेतिक हड़ताल रखी गई है. सरायकेला के पोस्ट ऑफिस में ग्रामीण डाक सेवक संघ के पदाधिकारी व सदस्य मंगलवार को भी नारेबाजी कर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. हड़ताल से दो दिन बचत बैंक, रजिस्टर्ड पत्र, स्पीड पोस्ट सहित सभी प्रकार के पत्रों की बुकिंग, डाक वितरण कार्य, डाक टिकट व डाक सामग्री विक्रय संबंधी कार्य बाधित है. बताया गया कि उनकी प्रमुख मांगों में निजीकरण को बंद करने, पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल करने, 5 लाख का ग्रेच्युटी देने, जीडीएस को सिविल सर्वेंट घोषित करने समेत अन्य मांगे शामिल है. डाकघर में धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद करने में ग्रामीण डाक सेवक के अध्यक्ष श्रीधर पंडा, सुबोध पति, दिनेश पाल, सुबोध डे, जितेंद्र पाल, गुहिराम डे, भगतराम महतो, धर्मेंद्र महतो, कमल महतो, तापस महतो, लालबाबू महतो, संदीप नायक व कामदेव महतो समेत अन्य शामिल थे. इधर सभी बैंकों में भी दूसरे दिन हड़ताल जारी रहा जिससे व्यापक मात्रा में कारोबार प्रभावित होने की आशंका जतायी गयी.


