सरायकेला: नगर पंचायत के उपाध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा कि सरायकेला जैसे एतिहासिक नगर में शाम 5 बजे के बाद कोई कनेक्टिविटी नही होने से शहर का संपर्क टूट जाता है. जिला मुख्यालय से 12 किमी दूर सीनी रेलवे स्टेशन तक आवाजाही के लिए कोई साधन नही होने से लोगो को मजबूरन 200 से 500 रुपया खर्च करना पड़ता है. चौधरी ने कहा जिन बसों का सरायकेला से या सरायकेला मार्ग होते हुए चलाने की अनुमति राज्य सरकार द्वारा दी गई है, वैसे बस अपने रूट को छोड़कर अन्य रूट से चलती है. उन्होंने कहा छऊ के लिए विख्यात सरायकेला के छऊ कलाकारो की माली हालत अच्छी नही है, इसलिए छऊ कला को बचाने के लिए छऊ विश्वविद्यालय, देश और विदेशों से आने वाले पर्यटकों के ठहरने हेतु छऊ अतिथिशाला व ग्रहालय का निर्माण कराने की पहल की जाए. उन्होंने कहा छऊ नृत्य की नियोजन नीति बनाकर कलाकारों को प्रशिक्षक के रूप में नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरु किया जाए. उपाध्यक्ष ने नगर में ठोस कचरा प्रबंधन के कार्य को लेकर आवश्यक कदम उठाने की मांग की.
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