सरायकेला (प्रमोद सिंह) सरायकेला प्रखंड अंतर्गत मुरूप गांव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरुवार को एकादशी के दिन आंगुनमाडा पर्व में अंगारों पर चलकर श्रद्धालुओं ने हठभक्ति की परंपरा निभायी.
इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा माता वन दुर्गा देवी के साथ- साथ श्री सोमनाथ देवी अंधेरी पाठ देवी का आस्था व श्रद्धा के साथ पूजा- अर्चना किया गया. स्थानीय जलाशय से जल देवी की पूजा अर्चना कर भक्त दंडी पाठ करते हुए मंदिर परिसर पहुंचे.
इस दौरान भक्तों द्वारा माता को प्रसन्न करने के लिए कई हैरतअंगेज करतब दिखाए गए. कई भक्त कांटों की सेज बना कर सोए पर उनके शरीर में कोई जख्म नहीं हुआ. मंदिर परिसर में मां पाऊड़ी के समक्ष आंगुनमाडा के लिए अग्निकुंड बनाया गया जिसकी लंबाई 10 फीट चौड़ाई 2 फीट गहराई 2 फीट का था. यहां माता अग्नि कुमारी की पूजा अर्चना की गई. पूजा के बाद श्रद्धालु नंगे पांव दहकते अंगारों पर चले, लेकिन किसी के पांव में छाले तक नहीं पडे.
इसे देखने के लिए क्षेत्र के आसपास गांव के अलावा दूर- दराज के गांव के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी जिसकी निगरानी शुभनाथ क्लब, मुरूप द्वारा की गई. इस आगुनमाडा कार्यक्रम में शामिल प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यहां सच्चे मन से मांगी गई हर भक्तों की मुरादे पूरी होती है. यहां एकादशी के दिन कार्यक्रम का तांता लगा रहा. आगुनमाडा कार्यक्रम को सफल बनाने में पुजारी रामनाथ होता, कुथलू प्रधान, नीलसेन प्रधान, रंजीत प्रधान, सीतानाथ प्रधान, लावो प्रधान, हड़िया प्रधान, आनंद प्रमाणिक, विरेस प्रमाणिक, अजीत प्रधान, गोराचंद हो, गोम्हा ग्वाला, मनोरंजन प्रधान , मणि प्रधान, उग्रसेन प्रधान, हेमसागर प्रधान आदि के अलावे श्री शुभनाथ क्लब मुरूप के युवाओं का सहयोग सराहनीय रहा.