सरायकेला Report By Pramod Singh एनआर प्लस टू उच्च विद्यालय सरायकेला में संपूर्णा कंसोर्टियन संस्था की ओर से हर्ष जोहार कार्यक्रम के तहत एकदिवसीय सेल समागम कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला शिक्षा अधीक्षक कैलाश मिश्रा उपस्थित थे. कार्यशाला का शुभारंभ डीएसई ने द्वीप प्रज्जवलित कर किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीएसई ने कहा मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और मनुष्य की जिम्मेवारी एक साफ, स्वच्छ और समृद्ध समाज के निर्माण करने की है. कहा कि वर्तमान समय में जिस तरह इंसान मात्र एक फ्लैट में सिमट कर रह गया है उससे उसके बच्चों को खेलने के लिए उचित स्थान और समाज नहीं मिल पा रहा है. जिससे बच्चों का सामाजिक विकास अवरूद्ध होता जा रहा है. आज के अभिभावक अपने बच्चों की प्रतिभा को केवल उनके द्वारा प्राप्त अंक के आधार पर आंकते हैं. इससे बच्चों में सामाजिक चेतना का विकास रुकता जा रहा है.
उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को समाज में जानकर घुलने- मिलने दें इससे बच्चों में सामाजिक विकास के साथ- साथ भावनात्मक विकास होगा. उन्होंने कहा कि इंसान और मशीन एक समान है. मशीन तो इंसान से भी अधिक और फुर्ती से काम कर सकता है, किंतु मशीन में भावनात्मक समझ नहीं होती जो इंसान में होती है. उन्होंने कहा की बच्चों को समाज से दूर रखने का परिणाम उनके अंदर नकारात्मक सोच के रूप में सामने आता है. गलत रास्ते पर जाने वाले अधिकांश बच्चे समाज से दूर रहते हैं जिसके कारण उनके अंदर नकारात्मक सोच उत्पन्न होता है जिससे वे नशापान और आत्महत्या जैसे कदम उठाते हैं.
डीएसई ने कहा कि बच्चों को समाज मिलेगा तो उनका हर स्तर का विकास होगा जिससे उनके अंदर समाज की समस्याओं को दूर करने की प्रेरणा जागेगी. मौके पर संपूर्णा कंसोर्टियन के अभिधा, मनीष, सीतांशु, आशीष, शगूफा, रोशनी एवं प्रीति सहित दर्जनों की संख्या में अभिभावक, शिक्षक एवं बच्चे मौजूद थे.