SARAIKELA सरायकेला निवासी स्व. अमित कुमार मिश्रा की बीते 21 जून को हुए मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है. इस संबंध में मृतक अमित की माता मनोरमा मिश्रा और बड़ी बहन नीतू मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया, कि घर के इकलौते बेटे अमित की मौत नॉर्मल नहीं है, बल्कि गहरी साजिश के तहत उसकी हत्या की गई है. उन्होंने बताया कि ओडिशा में पुलिस अधिकारी डीएसपी के पद पर कार्यरत अमित के मामा के अनुसार 4 महीनों बाद आई मृतक अमित की विसरा रिपोर्ट में उसके शरीर में अमोनियम फास्फेट जहर पाये जाने की बात सामने आई है. इसलिए उन्होंने झारखंड सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार से मामले की उच्चस्तरीय सीबीआई जांच कराने की मांग की है. साथ ही अमित के हत्यारों को फांसी की सजा देने की गुहार लगाई है. इधर मामले की जानकारी मिलते ही राज्य के मंत्री सह स्थानीय विधायक चंपई सोरेन सोमवार को अमित के परिजनों से मिलने पहुंचे. जहां उन्होंने राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग करने का भरोसा पीड़ित परिवार को दिलाया. उन्होंने बताया कि जिस तरह से विसरा रिपोर्ट आने के बाद साफ हो गया है कि अमित की अस्वाभाविक मौत नहीं, बल्कि उसकी हत्या की गई है. निश्चित तौर पर झारखंड सरकार छत्तीसगढ़ सरकार से मामले की जांच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा हो ऐसा प्रयास करेगी. विदित रहे कि
छत्तीसगढ़ के चापा स्थित प्रकाश इंडस्ट्रीज में मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर वर्ष 2012 से कार्यरत अमित कुमार मिश्रा की लाश बीते 22 जून को उन्हीं के कंपनी क्वार्टर में मिली थी. जिसे स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा सहजता से हार्ट चॉक होने से मौत होने की बात कहकर नॉर्मल डेथ बताया गया था. अमित का विवाह वर्ष 2016 के मार्च महीने में उड़ीसा के बरगढ़ में रानु मिश्रा के साथ हुई थी. जो आईबीएम कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं. उन दोनों की एक 4 साल की बेटी भी है. सरायकेला के सम्मानित शिक्षक रहे स्वर्गीय अमित के पिता पुकला मिश्रा का निधन वर्ष 2019 के दिसंबर महीने में हो गया था. बीते 14 जून को अमित अपने सरायकेला स्थित घर आया था. 7 दिनों तक सरायकेला में रहने के बाद अमित 20 जून को वापस अपने कार्यस्थल चापा लौटा था. 21 जून को कंपनी में ड्यूटी करने के पश्चात रात्रि करीब 10:00 बजे अमित की उसके माता मनोरमा मिश्रा से फोन पर बातचीत हुई थी. जिसमें रात के खाने- पीने के अलावा अमित द्वारा बताया गया था कि अगली सुबह 22 जून को उसे अपनी पत्नी रानू मिश्रा को उसके मायके बरगढ़ से लाने जाना है. इधर उसके कंपनी के 5 साथी फोर्सफुली पार्टी करने के लिए आ रहे हैं. अगली सुबह मां मनोरमा मिश्रा ने फोन कर अमित के ससुराल निकलने की बात जानना चाहा तो अमित का फोन स्वीच्ड अप आया. जिसके बाद अमित की बड़ी दीदी नीतू मिश्रा द्वारा अमित के पड़ोसियों को और मित्रों को इसकी सूचना दी गई. तब जाकर अमित की मौत होने का खुलासा हुआ. इस संबंध में चापा पहुंचकर अमित की पत्नी रानू मिश्रा द्वारा स्थानीय थाने में गहरी साजिश के तहत हत्या करने का मामला दर्ज कराया गया था.
कंपनी में कार्य करने के दौरान वर्ष 2018 के जून महीने में अमित के पैर का ऐड़ी कट गया था. जिसके बाद अमित द्वारा कटे हुए भाग की प्लास्टिक सर्जरी कराई गई थी. अमित की बड़ी दीदी के अनुसार इसको लेकर कंपनी के सहकर्मी दोस्त उसे अक्सर चिढ़ाया करते थे कि अब उसे दौड़ भाग के काम नहीं करने पड़ेंगे. और बैठकर सैलरी मिलेगी.