सरायकेला (Pramod Singh) राज्य सरकार के तीन साल पूरा होने के उपलक्ष में मंत्री चंपई सोरेन ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. गुरुवार को जिला मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंत्री चंपई सोरेन ने जिले के विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के साथ मुख्यमंत्री का सीधा संवाद कराया और उन्हें योजनाओं से संबंधित प्रमाण पत्र सौंपे.
मीडिया कर्मियों से बात करते हुए मंत्री चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन सरकार के तीन साल पूरा होने की उपलब्धियां गिनाई. उन्होंने कहा कि पहला दो साल कोरोना महामारी के कारण राज्य का अपेक्षित विकास नहीं हो सका. कोरोना महामारी में राज्य सरकार ने राज्य के लोगों को सुरक्षित बचाया. उन्होंने कहा वैश्विक त्रासदी के दौर में यूपी में लोगों की लाशें गंगा में बढ़ाई जा रही थी, मगर राज्य के युवा मुख्यमंत्री के बेहतर प्रबंधन और उत्कृष्ट सोच के कारण प्रवासी मजदूरों को एअरलिफ्ट कर लाया गया जो एक मिसाल है.
शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क सुरक्षा जैसे सवालों पर मंत्री चंपई सोरेन ने बेबाकी से जवाब देते हुए कहा कि पिछले 20 सालों में जो विकास राज्य में नहीं हुआ वह आज हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में हो रहा है. चाहे रांची हो या जमशेदपुर विकास दिख रहा है. राज्य में फ्लाईओवर का सपना साकार हो रहा है. एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल को अपग्रेड किया जा रहा है. सरायकेला सदर अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाई गई है. सौ बेड के अस्पताल के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो चुका है. राज्य के युवाओं को विदेशों में शिक्षा देने की व्यवस्था की जा रही है.
उन्होंने कहा डबल इंजन की सरकार के कार्यकाल में आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की हजारों कंपनियां बंद हो गई थी. पिछले तीन साल के दौरान यहां की एक भी कंपनी में ताला बंद नहीं हुआ है. यहां के निजी कंपनियों में स्थानीय आदिवासी- मूलवासियों के लिए 75 फ़ीसदी आरक्षण लागू की गई है. भ्रष्टाचार के सवाल पर मंत्री चंपई सोरेन ने कहा भ्रष्टाचार के नाम का शगुफा छोड़कर विपक्ष सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रही है. यदि कहीं भ्रष्टाचार हुआ है तो विपक्ष साबित करें.
उन्होंने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी पर चुटकी लेते हुए कहा, उन्होंने कुतुबमीनार को रिजर्व कर रखा है. उन्होंने ही कहा था कि कुतुबमीनार से कूदकर मरना पसंद करूंगा मगर भाजपा में जाना पसंद नहीं करूंगा. आज वे किस मुंह से भाजपा की बोली बोल रहे हैं. मंत्री चंपई सोरेन ने आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो पर भी निशाना साधा और कहा जब रघुवर दास की सरकार ने 1985 आधारित स्थानीय नीति लागू किया था तब लड्डू बांट कर समर्थन किया था, मगर हेमंत सोरेन ने जब 1932 खतियान आधारित नियोजन नीति लागू किया तो आजसू विपक्ष के साथ सुर में सुर मिलाकर सरकार का विरोध कर रही है. उन्होंने आजसू की कथनी और करनी में फर्क बताया.
उन्होंने कहा विपक्ष के पास आज कोई मुद्दा नहीं है. वह जनता को गुमराह कर रही है. राज्य सरकार के सोच की वजह से राज्य के सभी लोगों को पेंशन की सुविधा मिल रही है. गांव- गांव बिजली पहुंच चुकी है. हर तरह की योजनाओं का लाभ सीधे लाभुकों तक पहुंच रहा है. जिससे विपक्ष बौखला गया है. इस दौरान जिला परिषद अध्यक्ष सोना राम बोदारा, विधायक प्रतिनिधि सनंद आचार्य उर्फ टुलु, जिले के उप विकास आयुक्त प्रवीण कुमार गागराई, एडीसी सुबोध कुमार, सरायकेला एसबीएम राम कृष्ण कुमार, बीडीओ मृत्युंजय कुमार सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी सुनील कुमार आदि मौजूद रहे.