सरायकेला: सरायकेला प्रखंड अंतर्गत मुरूप और गोविंदपुर गांव के बीच संजय नदी के तट पर स्थित माता ठाकुरानी देवी शक्ति पीठ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग स्थानीय लोगों ने की है.
इस संदर्भ में स्थानीय समाजसेवी हेमसागर प्रधान ने बताया कि गौड़ समाज क्षेत्रीय कमेटी महालिमोरूप के पदाधिकारी नीलसेन प्रधान, नागेश्वर प्रधान, कृष्णा प्रधान, जगन्नाथ प्रधान, हेमसागर प्रधान, आशीष प्रधान, अंतर्यामी प्रधान, विष्णु प्रधान, शैलेंद्र प्रधान आदि का एक प्रतिनिधिमंडल स्थानीय विधायक व सांसद से मिलकर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए अपनी बात रखेंगे. स्थानीय लोगों का कहना है कि शक्ति पीठ की आराधना करने वालों की हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है. माता ठाकुरानी देवी का शक्ति पीठ संजय नदी के तट पर बड़े बड़े चट्टानों के बीच अवस्थित है. यहां से होकर बहने वाली संजय नदी की जलधारा कभी नहीं सूखती है. ग्रीष्म ऋतु में बड़ी- बड़ी नदियों की जलधारा थम जाती है. वहीं छोटी सी संजय नदी में इस स्थल पर जल का प्रवाह रहता है. यही नहीं बल्कि यहां निर्मल जल का एक जलाशय भी है, जो जल ग्रीष्म काल में भी नहीं सूखता है. स्थानीय लोग इस जलाशय को “ठाकुरानी दरह” के नाम से जानते है. ग्रामीणों के अनुसार प्रत्येक गुरुवार को पुजारी (नाया) शुक्रा सरदार के द्वारा पूजा अर्चना की जाती है. हर वर्ष मकर संक्रांति के दिन इस जलाशय में डुबकी लगाकर माता ठाकुरानी देवी के दरबार में सुख शांति एवम वैभव के लिए पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है. यहां श्रद्धालुओं की सेवा के लिए मां ठाकुरानी सेवा समिति गोविंदपुर तत्पर रहकर निःशुल्क चना, गुड़, जल, खीर, चाय आदि मुहैया कराते है.