सरायकेला: राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार क्षेत्रीय निदेशालय जमशेदपुर के तत्वावधान में सरायकेला प्रखंड के महालीमुरुप स्थित सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर प्रांगण में “द्विदिवसीय ग्रामीण श्रमिक प्रशिक्षण कार्यक्रम” का समापन किया गया. कार्यक्रम का समापन बोर्ड के वरिष्ठ शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर गोप ने किया.
अपने सम्बोधन में उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ग्रामीण अंचलों में अभी भी जागरूकता की भारी कमी है, जिसके चलते लोग केन्द्र तथा राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित सामाजिक सुरक्षा, गरीबी उन्मूलन एवं कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रह रहे हैं. उन्होंने जागरूकता की आवश्यकता पर विशेष बल देते हुए श्रमिकों का आह्वान किया कि वे अपना कौशल विकास कर स्वरोजगार से जुड़ें तभी वे आर्थिक रूप से मजबूत बन सकते हैं.
गोप ने “अंतरराष्ट्रीय योग दिवस” की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए योग को भारत के प्राचीन संस्कृति का महत्वपूर्ण जीवन पद्धति कहा. उन्होंने “योग भगाए रोग” के सिद्धांत को अपनाकर जीवन में निरोग रहने के लिए योगाभ्यास को नितांत जरूरी बताया तथा लोगों को नियमित योग करने का सुझाव दिया. इस अवसर पर प्रतिभागियों के साथ योगाभ्यास भी किया गया. कार्यक्रम का संचालन बोर्ड के कार्यक्रम समन्वयक हेमसागर प्रधान ने किया. उन्होंने ई-श्रम कार्ड, बीओसी कार्ड, आयुष्मान भारत योजना तथा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के बारे में प्रतिभागियों को बताया.
इस कार्यक्रम में 40 महिला एवं पुरूष श्रमिकों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के प्रधानाचार्य योगेश प्रधान, मुरुप पंचायत की मुखिया पानो महाली, पंचायत समिति सदस्य अनिता प्रधान, समाजसेवी अजीत प्रधान, अनिरुद्ध प्रमाणिक, घनश्याम प्रमाणिक, आरती महतो, पारा शिक्षिका सनकी सामड, शिक्षक प्रशांत मंडल, योग शिक्षक तपन कैवर्त आदि का सराहनीय योगदान रहा.
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