सरायकेला (Pramod Singh) खरसावां प्रखंड के बुरुडीह पंचायत अंतर्गत रेंगोगोड़ा के आदिवासी टोला में सड़क नही होने से ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण राजेश बोदरा, सावनी बोदरा, वीरेंद्र बोदरा, तुलसी बोदरा व प्रीति बोदरा समेत अन्य ने बताया उक्त टोला में अनुसूचित जनजाति के 25 परिवार लगभग 120 वर्षों से अपने जमीन पर मकान बनाकर रह रहे हैं.
गांव के आशीष महतो के पिता स्व. मनसा महतो की रैयती जमीन मैदान के रूप में था, जिससे होकर गांव से मुख्य सड़क तक ग्रामीणों का आवागमन होता था. परंतु आशीष महतो ने उक्त जमीन का घेराबंदी कर दिया है जिसके कारण रास्ता बंद हो गया है.
टोला के चारों तरफ रैयती जमीन होने के कारण लोगों को अपने घर से बाहर आने- जाने के लिए संकट उत्पन्न हो गया है. बच्चो के साथ बड़े बुजुर्ग किसी तरह खेत का मेढ होते हुए पैदल आना- जाना कर रहे थे, परंतु वह मेड़ भी सीताराम महतो एवं अन्नपूर्णा महतो की रैयती भूमि होने के कारण बंद कर दिया गया है. जिसके कारण गांव के सभी परिवार को झाड़ी झुंड होते हुए लगभग 500 मीटर दूरी तय कर बाहर निकलना पड़ रहा है.
ग्रामीणों ने कहा कि विगत दिन स्व. मिलू मुखी 50 वर्ष, स्वर्गीय हिंदू हो 50 वर्ष एवं स्वर्गीय हिंदू हो की 45 वर्षीय पत्नी को समय पर अस्पताल ले जाने के लिए सड़क तक नहीं निकाल पाने के कारण घर पर ही बिना इलाज के मौत हो गई. ग्रामीणों ने कहा हमारे बच्चे विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं. वह किसी तरह बिना रास्ता की झाड़ी खेत होते हुए मजबूरन विद्यालय जा रहे हैं जिसमें कई तरह के खतरे भी हैं.
हाट बाजार से संबंध कट जाने के कारण गांव के लोगों की आजीविका पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है एवं भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. युवा वर्ग रोजी- रोटी के लिए घर छोड़कर पलायन करने के लिए मजबूर हो रहे हैं. रेंगोगोड़ा आदिवासी टोला के 25 परिवार के लोगों ने जिले के डीसी से गुहार लगाते हुए सड़क का निर्माण कराने की मांग की है, ताकि हम जनजातीय समुदाय की रक्षा हो सके.
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