सरायकेला/ Pramod Singh खरसावां उत्क्रमित उच्च विद्यालय कृष्णापुर में ‘कारगिल विजय दिवस’ समारोहपूर्वक मनाया गया. मौके पर आयोजित विशेष प्रार्थना सभा में सर्वप्रथम शिक्षक- शिक्षिकाओं व सदन कप्तानों ने ‘अमर जवान ज्योति’ के प्रतीक चिह्न पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए शहादत को नमन किया.
प्रभारी प्रधानाध्यापक बुधराम गोप ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को मनाया जाने वाला कारगिल विजय दिवस भारतीय सैन्य पराक्रम की अद्भुत शौर्य गाथा का गौरव गान है. शिक्षक खिरोधर साहू ने कहा कि सन 1999 में लाहौर घोषणा पत्र में हुए समझौते को धत्ता बताते हुए पाकिस्तानी सेना ने सुनियोजित तरीके से नियंत्रण रेखा का अतिक्रमण कर भारत पर हमला बोल दिया. इसका माकूल जवाब देने के लिए 2 लाख सैनिकों के साथ ‘ऑपरेशन विजय’ नामक भारतीय सैन्य अभियान चलाया गया जिसने लगभग 60 दिनों में पाकिस्तानी सेना की कमर तोड़ कर रख दी.
भौगोलिक परिस्थिति भारत के प्रतिकूल थी पर भारतीय जवानों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तानी सेना को करारी शिकस्त दी और 26 जुलाई 1999 को हमें आधिकारिक जीत दिलाई. कैप्टन विक्रम बत्रा, सौरभ कालिया, मनोज कुमार पांडे आदि ने महानायक की भूमिका निभाते हुए इस युद्ध में सर्वोच्च बलिदान दिया. शिक्षक खिरोधर के भावपूर्ण राष्ट्रभक्ति गाने से सबकी आंँखें नम कर दी.
छात्रा संतोषी गोप तथा रंजीता महतो ने भी अपने विचार व्यक्त किए. राष्ट्रभक्ति से लबरेज नृत्य के साथ छात्राओं ने इस विजय दिवस का जश्न मनाया. शिक्षक जगन्नाथ प्रधान ने मंच संचालन किया. इस अवसर पर शिक्षक- शिक्षिका, अभिभावक व भारी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे.