कांड्रा: थानेदार विनोद मुर्मू की लापरवाही से कांड्रा में कभी भी हिंसक झड़प हो सकता है. उनके खिलाफ स्थानीय लोगों में घोर नाराजगी व्याप्त है. दरअसल हाल के दिनों में कांड्रा स्थित हरिश्चंद्र विद्या मंदिर के ट्रस्ट को लेकर उठे विवाद के बाद एक ओर जहां स्थानीय लोगों में नाराजगी है वहीं मंगलवार को तथाकथित बोर्ड के सदस्य जगन्नाथ मिश्रा उर्फ जुगनू मिश्रा द्वारा हरिजन- आदिवासी महिलाओं पर तलवार से हमला करने उसके बाद उग्र लोगों द्वारा उन्हें पकड़कर पुलिस को सौंपे जाने के बाद उसे थाने से ही छोड़े जाने पर लोगों का आक्रोश और बढ़ गया है.


स्थानीय मीडिया रिपोर्ट कि अगर मन तो थानेदार द्वारा यह कहा गया है कि जगन्नाथ मिश्रा के खिलाफ लिखित शिकायत नहीं की गई है. इसी वजह से उन्हें छोड़ दिया गया है. जबकि, जगन्नाथ मिश्रा के खिलाफ सैकड़ो लोगों का हस्ताक्षर युक्त आवेदन थानेदार को दिया गया है. जिसमें जगन्नाथ मिश्रा पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. ऐसे में थानेदार का यह बयान कई सवालों को जन्म दे रहा है. लोग यह भी कहते सुने जा रहे हैं कि हरिश्चंद्र विद्या मंदिर के तथाकथित ट्रस्ट के डायरेक्टर से उनकी सांठ- गांठ हो चुकी है. यही कारण है कि स्कूल के असली मालिक राजकुमार वार्ष्णेय द्वारा शिकायत किए जाने के बाद उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया.
