BREAKING/ 1st June 2025 सरायकेला- खरसावां जिले के कांड्रा स्थित हरिश्चंद्र विद्या मंदिर में एक बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. आरोप है कि कांग्रेस नेता और बिल्डर जितेंद्र मिश्रा ने स्कूल के शिक्षकों और कुछ स्थानीय लोगों के साथ मिलकर फर्जी हस्ताक्षर कर नए ट्रस्ट का गठन कर लिया और स्कूल में दावेदारी ठोक दी.


क्या है पूरा मामला
हरिश्चंद्र विद्या मंदिर की स्थापना स्व. हरिश्चंद्र वार्ष्णेय ने 1945 में की थी. कंपनी के पास करीब 60 एकड़ जमीन है, जिसमें से 43 एकड़ जमीन की नीलामी हो चुकी है. बाकी 17 एकड़ जमीन पर स्कूल, सामुदायिक भवन, खेलकूद का मैदान और अस्पताल है. आरोप है कि जितेंद्र मिश्रा ने फर्जी ट्रस्ट बनाकर स्कूल हथियाने की कोशिश की है.
फर्जीवाड़े का आरोप
राजकुमार वार्ष्णेय द्वारा डीसी को दिए आवेदन में जितेंद्र नाथ मिश्रा, तारा देवी, टीएन मिश्रा, आयुष कुमार मिश्रा, जगन्नाथ मिश्रा उर्फ जुगनू मिश्रा, करमचंद मंडल, सुकू हांसदा, अजीत कुमार शर्मा और रजत कुमार के नाम का जिक्र है. आरोप है कि जितेंद्र मिश्रा ने स्कूल में लगे कई कीमती पेड़ों को बगैर विभागीय अनुमति के काट दिया है.
कांग्रेस नेता का जवाब
जितेंद्र नाथ मिश्रा ने बताया कि 52 बच्चों के अभिभावक, स्कूल के शिक्षक और बोर्ड मीटिंग में प्रस्ताव पारित करने के बाद डीसी ने उनके डायरेक्टर बनने पर मुहर लगाई है. उन्होंने कहा कि राजकुमार वार्ष्णेय द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं.
डीसी से मिलकर शिकायत करते राजकुमार वार्ष्णेय
इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है और पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. अब देखना यह है कि जांच में क्या सच सामने आता है और इस मामले में कौन- कौन दोषी पाए जाते हैं.
