सरायकेला: वरिष्ठ पत्रकार शेख अलाउद्दीन की मंगलवार को सड़क दुर्घटना में हुए मौत पर नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता मनोज कुमार चौधरी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे प्रशासनिक विफलता करार दिया है. उन्होंने कहा कि शेख अलाउद्दीन बहुत ही सौम्य व्यक्तित्व के धनी थे. वे निष्पक्ष पत्रकारिता करते थे. उन्होंने अपनी कलम का कभी भी दुरुपयोग नहीं किया. उनके साथ मेरा आत्मीय संबंध था. उनकी सड़क दुर्घटना में अस्वाभाविक मृत्यु पर प्रशासन को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से सड़क दुर्घटनाओं में अपने परिजन और परीचितों की मौत देखने और सहने की हिम्मत खत्म हो गई है. प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के नाम पर केवल कोरम पूरा किया जाता रहा है.
सरायकेला से होकर गुजरनेवाली राजकीय उच्च पथ काफी व्यस्त सड़क है. सरायकेला की मुख्य सड़क पर पूरे कोल्हान का लोड है. ऊपर से श्री सीमेंट कंपनी की हजारों गाड़ियां, लौह अयस्क की हजारों गाड़ियां एवं अन्य उधोगो की हजारों गाड़ियों से प्रतिदिन कई लोग घायल और कई लोगों की जान जा रही है. मेरे द्वारा लगातार सरायकेला स्थित राजकीय उच्च मार्ग में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अस्थायी नो एंट्री एवं स्थायी समाधान हेतु रिंग रोड की मांग की जा रही है, जिसकी शिकायत लोकायुक्त झारखंड से की थी. लोकायुक्त के निर्देश पर प्रशासन द्वारा लागू नो एंट्री केवल सरकारी दस्तावेज बनकर रह गई. हमारी मांगों में पहल करते हुए प्रशासन को सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए गंभीरता से कार्य करें ताकि भविष्य में जान- माल की रक्षा हेतु सकारात्मक परिणाम सामने आए.
इधर सामाजिक संगठन जन कल्याण मोर्चा एवं झारखंड लीगल एडवाइजरी एंड डेवलेपमेंट ऑर्गेनाइजेशन ने शेख अलाउद्दीन के असामयिक निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. मोर्चा के अध्यक्ष सह जिला बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्याय ओमप्रकाश ने बताया कि स्व. अलाउद्दीन काफी सहज एवं सुलभ व्यक्ति थे. साथ ही निर्भीक एवं प्रखर पत्रकार थे. उनके साथ मेरे निजी संबंध रहे हैं उनकी कमी न केवल पत्रकारिता जगत में बल्कि जिले के विविल सोसायटी के लोगों को भी खलेगी.