सरायकेला/ Pramod Singh झामुमो नगर अध्यक्ष शंभु आचार्य के इस्तीफे के बाद पार्टी में राजनीतिक उथल- पुथल तेज हो गई है. एक तरफ जहां शंभु ने निजी कार्यों में व्यस्तता का हवाला देते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने का ऐलान किया, वहीं दूसरी तरफ सरायकेला विधायक प्रतिनिधि सह झामुमो नेता सनंद आचार्य (टुलु) ने शंभू आचार्य के इस्तीफे को नौटंकी बताया. उन्होंने कहा कि शंभू भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे थे. जानकारी के बाद पार्टी आलाकमान ने शंभू आचार्य को निष्कासित कर दिया गया था.
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इधर सनंद के बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व नगर अध्यक्ष शम्भू आचार्य ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब तक संगठन में रहा तब तक ईमानदारी पूर्वक काम किया. सरायकेला नगर में झामुमो के वोट को 3000 के पार कराया. जुम्मा- जुम्मा चार दिनों पूर्व अपने स्वार्थ सिद्धी के लिए पार्टी में आनेवाले टुलू आचार्य कब से पार्टी हितेषी हो गए हैं. संगठन के मजबूतीकरण में उनका एक प्रतिशत भी योगदान नही है, उल्टे झामुमो के सरायकेला नगर संगठन को बर्बाद कर दिया.
साजिश के तहत समर्पित कार्यकर्ताओ को दरकिनार कर दिया गया है. आज नगर कार्यक्रम में प्रखंड से लोगो की भीड़ जुटाया जा रहा है. कहा कि स्वार्थी व्यक्ति कभी भी संगठन का भलाई नही कर सकता है. जहां तक निष्कासित करने की बात है वह जिलाध्यक्ष का अधिकार है, टुलू कौन होते हैं निष्कासित करने वाले. मैंने पारिवारिक कारणों से इस्तीफा दिया है. उन्होंने आगाह किया कि अगर संगठन ऐसे स्वार्थी लोगो से सावधान नही रहेगी तो आने वाले दिनों के संगठन को इसका खमियाजा भुगतना होगा.
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