खरसावां: किसानों की समस्याओं को लेकर शुक्रवार को झारखंड किसान परिषद सरायकेला- खरसावां का एक प्रतिनिधिमंडल जिला उपायुक्त से मुलाकात कर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम पर एक ज्ञापन सौंपकर कोल्हान को सुखा क्षेत्र घोषित करने की मांग की.
ज्ञापन में कहा गया है कि किसान कृषि के क्षेत्र में सरकार की ओर से घोर उपेक्षा का शिकार है. किसानों की हालत सुधारने के लिए किसी क्षेत्र के दीर्घकालीन और गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है. कुछ सांकेतिक योजनाओं से काम नहीं चलने वाला है. चांडिल क्षेत्र में सौ से ज्यादा गांव को डुबोकर डेम बनाया गया है. डेम सिंचाई के लिए बना है. परंतु इसका पानी कारखानों को मिल रहा है. पास के खेतों को भी पानी नही मिल रहा है. कुचाई के बारूहातु से नहर की मार्फत तीन हजार एकड़ जमीन की सिंचाई हो रही थी. लेकिन जगह- जगह नहर टूट चुकी है. नहर की मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जरूरत के आधार पर बारिश नहीं होने के कारण क्षेत्र पर सूखा का खतरा मंडरा रहा है. तत्काल किसानों को पानी की जरूरत है. झारखंड किसान परिषद ने पूरे कोल्हान को सूखा क्षेत्र घोषित करने, फसल बीमा योजना लागू करने, कुचाई के बारूहातु डैम का मरम्मती कर पानी छोड़ने, कांची डैम और पलना जलाशय के नहरो को दुरुस्त कर उसे तत्काल सिंचाई उपलब्ध कराने, चांडिल डैम का पानी उद्योग को देना बंद करने तथा लिफ्ट पद्धति से चांडिल डैम का पानी आसपास के क्षेत्रों तक तालाबों तक पहुंचाने की मांग की गई. ज्ञापन में मान सिंह मुंडा, दशरथ उरांव, श्रावणी माझी, कुमार चंद्रमांडी, वेदनाथ कैवर्त आदि किसानों के हस्ताक्षर थे.
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