सरायकेला/ Pramod Singh अपने चार सूत्री मांगों को लेकर ओलचिकी हूल बैसी के आह्वान पर बुलाए गए झारखण्ड बंद का मंगलवार को सरायकेला में भी असर देखा गया. जहां बंद समर्थकों ने राजनगर, सरायकेला और गम्हरिया की सड़कों पर उतरकर अलग- अलग खेमों में बंटकर बंद कराया.
इस दौरान बंद समर्थकों ने जगह-जगह नाकेबंदी कर और टायर जलाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया. बंद समर्थकों ने टाटा- कांड्रा पर उषा मोड़ के समीप टायर जलाकर मार्ग को अवरुद्ध कर दिया. उधर सराइकेला के बिरसा चौक पर भी बंद समर्थकों ने सड़क जाम कर दिया, जबकि राजनगर में सीदो- कान्हू चौक के पास आवागमन ठप्प कर दिया.
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सरायकेला की सड़कों पर बंद समर्थकों का प्रदर्शन
बता दें कि बंद को आदिवासी सुरक्षा परिषद का भी समर्थन मिला है. सुबह से ही बंद समर्थक पारंपरिक हथियारों से लैस होकर जिले में प्रवेश करने वाले सभी मार्गों पर डट गए और आवागमन पूरी तरह बाधित कर दिया है. इस वजह से लोग जहां-तहां फंसे हैं. बता दें कि ओलचिकी हूल बैसी की मुख्य मांग संताल भाषा को प्रथम राजभाषा का दर्जा देने, अलग से संताली एकेडमी का गठन करने, संताली भाषा का ऑलचिकि लिपि से पुस्तकों का मुद्रण एवं पठन पाठन आरंभ करने, संताली शिक्षकों की बहाली किये जाने की है. इन मांगों को लेकर इनके द्वारा लगातार सरकार तक अपनी बात पहुंचाई जा रही है.
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गम्हरिया में उषा मोड़ पर बंद कराने उतरे बंद समर्थक
बंद समर्थकों ने बताया कि झारखंड सरकार द्वारा लगातार उनकी मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है थक हार कर उन्हें आंदोलन का रुख अख्तियार करना पड़ा है बंद समर्थकों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांग पूरे नहीं होते उनका आंदोलन जारी रहेगा.
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बंद समर्थक
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देखिये बंदी की वजह से लगे सड़क पर जाम की तस्वीरें video