सरायकेला: आदित्यपुर पुलिस ने हथियाडीह के ग्रामीणों को भड़काने और हत्या के प्रयास के मामले में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता प्रेम मार्डी को बुधवार देर रात गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. जिसके बाद जेबीकेएसएस के नेता और कार्यकर्ता आक्रोशित हो उठे और देर रात सरायकेला की सड़कों पर मंत्री चंपाई सोरेन और जिला प्रशासन का पुतला दहन कर सरकार और मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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विदित हो कि हाल के दिनों में हथियाडीह में जियाडा द्वारा अधिग्रहित जमीन पर कई कंपनियां निर्माधीन हैं. इनमें से जमना ऑटो और नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निर्माण कार्य भी हो रहा है. जिसको लेकर ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं. कई दौर के वार्ता के बाद भी ग्रामीणों का विरोध जारी है. इधर तीन- चार दिनों से ग्रामीणों ने हिंसक रुख अख्तियार कर लिया था. दो दिन पूर्व महिला के साथ छेड़खानी का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने निर्माणाधीन नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में घुसकर गार्ड की बेरहमी से पिटाई कर डाली थी. यहां झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता प्रेम मार्डी और तरुण महतो ने लीड किया था. इससे पूर्व जमना ऑटो के विरोध में भी उक्त नेताओं ने ग्रामीणों को भड़काया और कंपनी का विरोध किया था. हालांकि प्रशासन ने इस दौरान काफी संयम बरता और ग्रामीणों की सभी मांगो को पूरा कराया, मगर पिछले तीन- चार दिनों से ग्रामीणों ने हिंसात्मक रुख अपना लिया. इस वजह से प्रशासन ने सख्त रूप अपनाया और बुधवार को 10 महिला एवं 11 पुरुष ग्रामीणों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता प्रेम मार्डी एवं तरुण महतो भूमिगत हो गए थे. इनमें से प्रेम मार्डी को नाटकीय ढंग से देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि तरुण महतो अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. वैसे पुतला दहन के दौरान तरुण महतो सरायकेला की सड़कों पर नजर आए.
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वैसे अपनी गिरफ्तारी को लेकर प्रेम मार्डी ने बताया कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है. वे संवैधानिक तरीके से ग्रामीणों का साथ दे रहे थे. उन्होंने बताया कि कई बार मामले को लेकर राज्यपाल और उपयुक्त से मध्यस्थता करने की पहल की गई थी, मगर ग्रामीणों की एक न सुनी गई. इधर झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के विरोध को देखते हुए सरायकेला पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है. हालांकि समाचार लिखे जाने तक जेबीकेएसएस का विरोध प्रदर्शन जारी रहा.