सरायकेला/ Pramod Singh झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में इंडिया के घटक दलों ने मणिपुर मामले को लेकर मंगलवार को जिला समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय धरना- प्रदर्शन किया. इस अवसर पर इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने मणिपुर राज्य में विगत 3 महीनों से जारी जातीय हिंसा पर हस्तक्षेप करते हुए हिंसा पर रोक लगाने एवं शांति व्यवस्था बहाल करने तथा तत्काल मणिपुर सरकार को बर्खास्त करने के नारे बुलंद किए गए.
जिसके बाद झामुमो जिलाध्यक्ष डॉ शुभेंदु महतो के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त के नहीं उपस्थित रहने पर उप विकास आयुक्त प्रवीण कुमार गागराई को घटक दल के प्रतिनिधि मंडल द्वारा ज्ञापन सौंपा गया. इस दौरान मंत्री चंपाई सोरेन के विधायक प्रतिनिधि सनद कुमार आचार्य, केंद्रीय सदस्य रंजीत प्रधान, कांग्रेस कार्यकारी जिलाध्यक्ष अंबुज कुमार, प्रभारी संजीव श्रीवास्तव, राजद जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, जदयू जिलाध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार, देबू चटर्जी, मुबारक मोमिन, श्रीराम ठाकुर, रमाशंकर पांडे, प्रिंस सिंह सहित अन्य की उपस्थिति में सौंपा गया.
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ज्ञापन में 5 सूत्री मांग की गई. जिसमें बताया गया कि विगत 3 महीने से पूरा मणिपुर राज्य जातीय हिंसा की आग में चल रहा है, बावजूद इसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार मूकदर्शक बनी हुई है. मणिपुर में भीड़ द्वारा महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनके शरीर के साथ दुर्व्यवहार करने का शर्मनाक वीडियो वायरल होने से पूरा देश शर्मसार हुआ है. जातीय हिंसा के कारण सैकड़ों आम नागरिकों को अपनी जान गवानी पड़ी है. और हजारों की संख्या में लोग राहत शिविरों में रहने के लिए मजबूर हैं. घटक दलों द्वारा पूरे घटनाक्रम पर गहरी चिंता जताते हुए मांग की गई है कि मणिपुर राज्य में जारी जातीय हिंसा को रोकने में नाकाम मणिपुर सरकार को अविलंब बर्खास्त किया जाए. मणिपुर राज्य में अविलंब शांति एवं कानून व्यवस्था बहाल किया जाए. मणिपुर के राहत शिविरों में रह रहे नागरिकों के पुनर्वास की गारंटी सुनिश्चित किया जाए. मणिपुर राज्य में जातीय हिंसा के शिकार आम नागरिकों को न्याय दिलाने की दिशा में अविलंब आवश्यक कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित किया जाए. मणिपुर राज्य में बलात्कार और हिंसा की शिकार आदिवासी महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए.
झामुमो के जिला अध्यक्ष डॉक्टर शुभेंदु महतो ने केंद्र व भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लंबे समय से मणिपुर में हिंसा फैली हुई है. हाल ही में महिलाओं के साथ दुष्कर्म कर नग्न अवस्था में घुमाने के वीडियो सामने आ रहे है. लेकिन केंद्र व मणिपुर की भापजा सरकार नींद में सो रही है.
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डॉ शुभेंदु महतो (जिलाध्यक्ष- झामुमो)
सरायकेला विधायक प्रतिनिधि सनंद आचार्य ने आरोप लगाया कि मणिपुर में हिंसा में हजारों लोग अपना जीवन और संपत्ति गवा चुके हैं. बीजेपी की डबल इंजन की सरकार की वजह से मणिपुर में आदिवासी महिलाएं और समुदायों पर अत्याचार हो रहे हैं. महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले रोजाना सामने आ रहे हैं लेकिन देश के प्रधानमंत्री मूकदर्शक बनकर बैठे हुए हैं.
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संनंद आचार्य ( विधायक प्रतिनिधि)