राजनगर: सरायकेला- खरसावां जिले में एक बार फिर से इंडिया न्यूज़ वायरल की खबर का असर हुआ है. जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में मंगलवार को दूसरी बार

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अर्जुन सोरेन की देख रेख में स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया, जिसमें 1205 लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया. इस कार्यक्रम में प्रखंड प्रमुख आरती हांसदा, उपप्रमुख सुमना देवी, जिला परिषद सदस्य अमोदिनी महतो और सुलेखा हांसदा सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे.
20 जनवरी को हुए शिविर पर उठे थे सवाल
बता दें कि बीते 20 जनवरी को भी शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें ना टेंट ना कुर्सी न ही प्रचार- प्रसार किया गया था. यहां तक कि जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित नहीं किया गया था इसको लेकर जनप्रतिनिधियों ने आवाज उठाई थी जिसे हमने प्रमुखता से प्रकाशित किया था.
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उसके बाद मामले पर उपायुक्त ने संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन को जांच का जिम्मा सौंपा था. सिविल सर्जन ने सीएचसी प्रभारी को शोकॉज किया था और खर्च का ब्यौरा मांगा. उसके बाद प्रभारी ने टुसु और विभाग के पिउन पर लापरवाही का ठीकरा फोड़ते हुए दोबारा स्वास्थ्य मेला आयोजित करने की अनुमति मांगी थी.
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मंगलवार को कार्यक्रम का उद्घाटन प्रमुख आरती हांसदा और अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस दौरान, डॉ. एसएम देमता ने अतिथियों को स्वास्थ्य मेले में लगे विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण कराया. निरीक्षण के दौरान, जनप्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक जानकारियां प्राप्त कीं. प्रखंड प्रमुख आरती हांसदा ने कहा कि इस तरह के स्वास्थ्य मेले आयोजित होते रहने चाहिए, ताकि रोगियों को सुगमता से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिले. जिप सदस्य अमोदिनी महतो और सुलेखा हांसदा ने कहा कि गत बार अव्यवस्थित ढंग से स्वास्थ्य मेले का आयोजन हुआ था, लेकिन इस बार व्यापक प्रचार- प्रसार और भव्य आयोजन किया गया. अमोदिनी महतो ने कहा कि अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए वे सभी जनप्रतिनिधि उपायुक्त को मांग पत्र सौंपेंगे, ताकि क्षेत्र की जनता को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें. इस अवसर पर, बीपीएम पंकज कुमार और डॉ. एसएम देमता ने स्वास्थ्य विभाग के उपलब्धियों का रिपोर्टकार्ड उपस्थित लोगों के समक्ष रखा. उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2023- 24 में ओपीडी में 43013 मरीज इलाज कराने आए, जबकि आपातकालीन सेवा में 283 मरीज, सामान्य प्रसव 3027, सीजेरियन ऑपरेशन 19, टीबी के 37, लेप्रोसी 12, महिला बांध्याकारण के 202 मरीजों का सफलतापूर्व इलाज किया गया था. इस अवसर पर वरिष्ठ डॉ. हिरणमाई हेंब्रम, डॉ. श्याम सोरेन, डॉ. एसएम देमता, डॉ. विकास मोदक, डॉ. आकाश सहित सभी स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे.
