TIRULDIH सरायकेला जिले का ईचागढ़ थाना अवैध बालू उठाव को लेकर चर्चा में रहा है. कई बार इस खेल के खिलाड़ियों पर करवाई भी होती रही है,
आए दिन बालू लदे वाहन जब्त भी हो रहे है, मगर इस खेल के खिलाड़ी हार कहां माननेवाले. प्रशासनिक कार्रवाई शांत होते ही बालू के अवैध कारोबारी सक्रिय हो उठते हैं और फिर शुरू हो जाता है बालू खनन का खेल. इन दिनों फिर से बालू उठाव तेज पकड़ने लगा है, मालूम हो कि स्वर्णरेखा नदी के तिरुलडीह, सपादा, हाड़ात, खीरी, बामुंडीह, गोविंदपुर, जार्गोडीह सहित कई घाटो से जेसीबी मशीन से बालू उठाकर हाइवा के जरिए रामगढ़, सिल्ली, झालदा, बाघमुंडी, बलरामपुर सहित पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बालू सप्लाई किया जा रहा है.
सड़को पर दिन भर बालू लदे ट्रेक्टर एवम रात भर बालू लदे हाइवा तेज रफ्तार में देखने को मिल जाएंगे. कई बालू माफिया दिन को रामगढ़ से ईंट लाते है, और रात को बालू ले जाते है. वही कई बालू माफिया ऊपर से सेटिंग कर बालू चलाने की बात कहते है. अब बालू माफिया या भगवान ही जाने की वे कौन से ऊपर वाला से सेटिंग कर बालू चलते है. बालू माफिया यह भी दावा करते है, कि स्थानीय अधिकारी उसे कुछ नही कर सकते है. अब सवाल ये उठता है, कि इतने भारी मात्रा में बालू का अवैध उठाव व दूसरे राज्यो तक भेजने की खबर सबको है तो विभाग या प्रसाशन को क्यों नही ? और अगर खबर है तो इसपर अंकुश क्यो नही लगती है.